सीएम योगी आदित्यनाथ की मंशा है कि मुरादाबाद को वाइब्रेंट इकोनॉमिक हब के रूप में विकसित किया जाए। इसी क्रम में औद्योगिक और लॉजिस्टिक पार्क के जरिए शहर के औद्योगिक विकास को गति देने की तैयारी है। यहां पीतल उद्योग से जुड़े आर्टिजन के लिए हस्तशिल्प ग्राम बनाने के साथ ही मेगा एमएसएमई पार्क के निर्माण का भी प्रस्ताव है।
हाल ही में सीएम के सामने महायोजना का प्रस्तुतीकरण हुआ है। महायोजना में मुरादाबाद की भावी जरूरतों की पूर्ति के लिए सुदृढ़ आर्थिक आधार का निर्माण, सामाजिक-सांस्कृतिक एवं भौतिक इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास किया जाना है। एसईजेड को नगर के अंदर मौजूद औद्योगिक क्षेत्र से जोड़ने के लिए 36 मीटर चौड़े औद्योगिक गलियारे का भी विकास किया जाएगा।
1200 हेक्टेयर में बसेगी मेगा टाउनशिप शिवालिक महायोजना के तहत मुरादाबाद में हस्तशिल्प ग्राम, मेगा एमएसएमई क्लस्टर, इंडस्ट्रियल लॉजिस्टिक पार्क, नॉलेज सिटी व मेडीसिटी के साथ ही 55 एकड़ में राज्य विश्वविद्यालय का निर्माण भी होगा। औद्योगिक आवश्यकताओं के लिए कौशल विकास केंद्र, ऑडिटोरियम व कन्वेंशन सेंटर, 1200 हेक्टेयर में मेगा टाउनशिप शिवालिक और 130 हेक्टेयर में औद्योगिक व मिश्रत तथा 50 हेक्टेयर में आवासीय टाउनशिप का भी प्रस्ताव है। स्पोर्ट्स सिटी, आयुष पार्क, शुगरकेन प्रोसेसिंग क्लस्टर, कैटल कॉलोनी, मत्स्य मंडी और ट्रांसपोर्ट नगर का भी प्रस्ताव है।
सालभर बाद सरपट दौड़ेगा मुरादाबाद मुरादाबाद-ठाकुरद्वारा फोर लेन, रिंग रोड और पंडित नगला बाईपास स्थित रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण वर्ष 2025 तक हो जाएगा। प्रशासनिक अधिकारियों का मानना है कि तीनों महत्वपूर्ण परियोजना पूरी होने पर एक साल में मुरादाबाद सरपट दौड़ेगा।
फोरलेन बाईपास निर्माण का काम जारी उत्तराखंड से मुरादाबाद (उत्तर प्रदेश) को जोड़ने वाला मुरादाबाद-ठाकुरद्वारा मार्ग अति महत्वपूर्ण है। इस सड़क की लंबाई 38 किमी हैं। इसमें 21 किलोमीटर का बाईपास बनेगा। सिर्फ 17 किलोमीटर रोड को डबल लेन से फोरलेन बनाना है। यह रोड को भी 2025 में निर्मित करने का एनएचएआई ने लक्ष्य निर्धारित किया है।