घटना के 24 घंटे बाद महिला ने अपनी डेढ़ माह की बच्ची को भी नदी में डुबाकर मारने का प्रयास किया। इस दौरान लोगों ने उसे पकड़ लिया और बच्ची की जिंदगी बचा ली। शनिवार को महिला के पति ने दो दिन पहले कटघर क्षेत्र में मिले बच्चे के शव की पहचान अपने बेटे इजहान के रूप में की।
पति की शिकायत पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर महिला को गिरफ्तार कर लिया। एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि मुगलपुरा के बरवालान कुंवर साहब वाली गली निवासी राशिद ढलाई का काम करता है। पांच साल पहले उसकी शादी कटघर के करूला कर्बला निवासी सामिया के साथ हुई थी।
सामिया और राशिद अपने बेटे इजहान (4) और डेढ़ साल की बच्ची के साथ परिवार से अलग रह रहे थे। राशिद अपने बेटे और बेटी को माता-पिता के पास लेकर जाता था तो सामिया मना करती थी। इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ था। 17 अक्तूबर यानी गुरुवार की सुबह करीब पांच बजे सामिया इजहान को लेकर घर से निकली और जामा मस्जिद पुल से उसे रामगंगा नदी में फेंक दिया था। ऊंचाई से नदी में गिरने से बच्चे की मौत हो गई थी।
उसी दिन कटघर क्षेत्र के देवापुर में बच्चे की शव पुलिस को मिल गया था, लेकिन उसकी शिनाख्त नहीं हो पाई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्चे की मौत सिर में चोट लगने की वजह से होने की बात सामने आई थी। वहीं बेटे को नदी में फेंककर घर लौटी सामिया ने पति को बताया कि उसे नानी के घर छोड़ आई है। शुक्रवार सुबह पांच बजे सामिया बेटी की हत्या करने के इरादे से घर से निकली और बच्ची को जामा मस्जिद पुल के नीचे रामगंगा नदी में डुबाने का प्रयास किया।
इसी दौरान वहां मछली पकड़ने वाले लोग पहुंच गए और उसे पकड़ लिया। इससे बच्ची की जान बच गई। सूचना मिलने पर सामिया का पति व अन्य लोग भी पहुंच गए। इसी दौरान सामिया दौरा पड़ने का नाटक करने लगी थी। उसे अस्पताल में भर्ती करा दिया गया था।