आज़म खान ने मौन प्रदर्शन खत्म करने के बाद गांधी समाधी के अंदर जाकर बापू की समाधी पर फूल चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी। इसके बाद उन्होंने कहा कि जिन सवालों को हमने तख्तियों पर लिखकर प्रदर्शन किया है। इन सवालों पर राष्ट्रीय स्तर पर बहस होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि देश के लोगों को चाहिए कि देश चलाने वालों से इन सवालों का जबाब लेना चाहिए, क्योंकि ऐसा नही करने पर देश का लोकतंत्र, क़ानूनतंत्र और प्रजातंत्र खतरे में पड़ जाएगा।
सपा नेताओं की तख्तियों पर लिखे थे ये नारे
1.योजी जी विवेक तिवारी के हत्त्यारें को फांसी तक पहुंचाने की घोषणा करो।
2.राफेल घोटाला पर जबाब दों, सरकार ने किसी एक कंपनी को कैसे पहुंचाया फायदा ।
3. मंहगाई की मार से मर रहा है आम आदमी, क्या कर रही है सरकार।
4. हाय महंगाई, हाय महंगाई सब्जी दाल कहां से खाएं। गरीब क्या करें, यह भी बताएं।
5.राफेल सौदा रिश्वतखोरी-भ्रष्टाचार, यह है भाजपा सरकार ।
6. अपने वादे के अनुसार दस करोड़ नौकरियां दें सरकार
7.पत्नियों का सम्मान करो पतियों पर मत वार करो ।
8. हिसाब दो, हिसाब दो, 3000 करोड़ रुपए प्रतिदिन मुनाफा कमाने वाले अंबानी का हिसाब दो।
9. बंद करो, बंद कर, गो हत्यारों को बंद करो। गोश्त का निर्यात बंद करो, धर्म की गंदी राजनीति बंद करो।
10. मुसलमानों के साथ ज्यादती बंद करो।
11.भाजपा के सांसदों को धिक्कार, कोई मुसलमान चोर नही, उनको मत करो बर्बाद ।
12. दुखी जनता की एक ही आवाज। डीजल पेट्रोल मुफ्त करो।