उन्होंने कहा, “सभी चुनाव बैलेट पेपर से होने चाहिए। अगर चुनाव बैलेट पेपर से होंगे तो सपा ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतेगी। चुनाव EVM से नहीं होने चाहिए। पिछले सभी चुनाव का रिकॉर्ड उठाकर देख ले आप जहां-जहां EVM से चुनाव हुआ वहां ज्यादातर हम हार गए हैं। जहां-जहां बैलट से चुनाव हुआ वहां ज्यादातर हम चुनाव जीत गए।”
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सांसद डॉ एस टी हसन ने कहा, “लोकसभा का चुनाव भी बैलेट से होना चाहिए, जिन देशों ने इस तकनीक का इजाद किया था उन्होंने भी इसका इस्तेमाल करना बंद कर दिया है। बैलेट पेपर से चुनाव करने और कराने में नुकसान ही क्या है? इस बार सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी का है, महंगाई का है और किसानों के साथ जो अन्याय हुआ है उसका मुद्दा है।”एसटी हसन ने कहा, “विकास कहीं दूर तक दिखाई नहीं दे रहा। इसलिए हम तो चाहते हैं कि जातीय जनगणना होनी चाहिए। जिसका जितना हक बनता है उसे उसका हक मिलना चाहिए, लेकिन BJP आरक्षण को खत्म करना चाहती है। इसलिए अब अनुसूचित जाति के भाइयों के भी समझ में आ गया है कि कौन उनका हमदर्द है और कौन उनका दुश्मन है।”