देर रात दो बजे के बाद तेज हवाओं के चलते मुरादाबाद और औद्योगिक नगरी गजरौला में विद्युत सप्लाई पूरी तरह ठप हो गई। रात दो बजकर 10 मिनट में आए तूफान में 50 से 70 किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चली। जिससे कई स्थानों में विधुत तार उलझने और पोल गिरने से सप्लाई ठप हो गई। विधुत विभाग के कर्मचारी सुबह से तार और पोल को दुरुस्त करने में जुट गए थे। हालांकि मुरादाबाद में सुबह करीब साढ़े छह बजे कुछ इलाकों में विधुत सप्लाई को दुरुस्त कर दिया गया था। जबकि आसपास के इलाकों में बिजली सप्लाई नहीं शुरू हो पाई थी।
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स्कूल कॉलेज हुए बंद वहीँ मौसम विभाग की चेतावनी के बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जनपदों में स्कूलों में छुट्टी कर दी गई है। मुरादाबाद में डीएम राकेश कुमार सिंह ने भी देर रात कक्षा एक से 12 तक के सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश जारी किए। वहीं उन्होंने लोगों से सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं, ताकि आंधी-तूफान में जनहानि से बचा जा सके।
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बनाया गया कंट्रोल रूम इसके साथ ही जिला प्रशासन ने मदद के लिए कंट्रोल रूम की स्थापना की है। सदर तहसील में 24 घंटे इस कंट्रोल में तूफान पीड़ितों की जानकारी और मदद की सूचनाएं देने के निर्देश दिए गए हैं। लेखपालों और कानूनगो को क्षेत्र में सक्रिय रहते हुए,लोगों को डरने की जगह जागरूक करने के निर्देश दिए गए हैं। जिलाधिकारी ने सभी अधीनस्थों को निर्देश दिए हैं,कि कोई भी घटना होने पर सीधे कंट्रोल रूप में सूचना भेंजे।
पीड़ितों को चार चार लाख मिले यहां बता दें कि दो मई को आए तूफान में जनपद में तीन लोगों की मृत्यु हो गई थी। प्रशासन ने सभी पीड़ितों के परिवारों को दैवीय आपदा प्रकोष्ठ से चार-चार लाख रुपये की मदद दी गई है।