क्या है E-Passport :
ई-पासपोर्ट आम पासपोर्ट की तरह होगा। इसमें एक इलेक्ट्रॉनिक चिप लगी होगी, जैसी ड्राइविंग लाइसेंस में लगी होती है। इस चिप में नाम, जन्म तिथि, पता और अन्य विवरणों सहित आपके पासपोर्ट पर छपी सभी तरह की जानकारी स्टोर होगी। इससे किसी भी यात्री के विवरण को तेजी से सत्यापित किया जाएगा। सरकार का मानना है कि ई-पासपोर्ट के आने से नकली पासपोर्ट के सर्कुलेशन को आसानी से रोका जा सकेगा।
वर्तमान में यात्रियों को औपचारिकताओं को पूरा करने में काफी समय लगता है, क्योंकि अधिकारी प्रत्येक पासपोर्ट पर भौतिक रूप से जानकारी की जांच करते हैं। ई-पासपोर्ट के आने से यह काम आसान हो जाएगा और इमिग्रेशन काउंटर पर यात्रियों का समय खराब नहीं होगा। इसके अलावा माइक्रोचिप में बायोमेट्रिक डिटेल को जोड़ा जाएगा, जिससे यात्रियों की आसानी से पहचान की जा सकेगी। इसमें यात्रियों को पुरानी यात्राओं की जानकारी भी मौजूद होगी।
मिलेगा एडवांस सिक्योरिटी सिस्टम :
रिपोर्ट के मुताबिक, विदेश मंत्रालय नागरिकों को उन्नत सुरक्षा सुविधाओं के साथ चिप-सक्षम ई-पासपोर्ट प्रदान करेगा। आवेदकों के व्यक्तिगत जानकारी को डिजिटल रूप में स्टोर किया जाएगा। सिक्योरिटी फीचर की बात करें तो ई-पासपोर्ट में खास सिस्टम दिया जाएगा, जो हैकर को चिप के साथ छेड़छाड़ करने से रोकेगा और उसकी पहचान करने में सक्षम होगा।
अब तक सामने आई मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो ई-पासपोर्ट के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया पासपोर्ट अप्लाई करने के समान होगी। देश के 36 पासपोर्ट कार्यालय ई-पासपोर्ट जारी करेंगे। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस सेवा का ट्रायल रन चल रहा है। उम्मीद है कि सरकार आने वाले दिनों में ई-पासपोर्ट से जुड़ी अन्य जानकारी साझा करेगी।