दुनिया का पहला 4 रियर कैमरे वाला स्मार्टफोन Samsung भारत में कर रहा लॉन्च, जानिए कीमत इस App से बचेगी Phone की बैट्री, 2 दिन तक नहीं चार्ज करना पड़ेगा मोबाइल रिसर्चर्स ने जो मास्टर प्रिंट्स तैयार किया हैं उसमें हर 5 में से एक प्रयास सफल थे ऐसे में ये हमारी निजी जानकारियों के लिए ख़तरा साबित हो सकती हैं। आपको बता दें कि इन कीज की मदद से मशीन लर्निंग का इस्तेमाल करके लोगों के हूबहू फिंगरप्रिंट्स को आर्टीफिशियल तरीके से बनाया जा सकता है और इसका इस्तेमाल गलत कामों में किया जा सकता है।
चौंकाने वाली बात यह है कि अगर आर्टिफिशियल तरीके से फिंगरप्रिंट बनाए जा सकते हैं तो इस मास्टर फिंगरप्रिंट कीज से उन डेटाबेस में सेंध लगया जा सकता जो बायोमैट्रिक ऑथेन्टिकेशन सिस्टम से सिक्योर किए गए होते हैं। इन मास्टर फिंगरप्रिंट कीज की वजह से अब भारतीयों की निजी जानकारियां खतरे में पड़ गयी हैं क्योंकि अगर ऐसा किया जा सकता है तो डेटा चोरी करने वाले इससे आधार की जानकारिया हासिल करके इन्हें गलत कामों में इस्तेमाल कर सकते हैं।