काबुल पर तालिबान का कब्जा, अमरीकी राष्ट्रपति बाइडन के पुराने वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर कर लोग कर रहे ट्रोल
तालिबान के प्रवक्ता ने एक अन्तरराष्ट्रीय समाचार चैनल को इंटरव्यू देते हुए कहा कि अफगानिस्तान में युद्ध खत्म हो गया है। संगठन अन्तरराष्ट्रीय समुदाय के साथ शांतिपूर्ण रिश्ते रखना चाहता है तथा किसी भी मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है। तालिबान के प्रवक्ता मोहम्मद नईम ने कहा कि हम अलग-थलग हो कर नहीं रहना चाहते। तालिबान प्रवक्ता ने यह भी कहा कि राजधानी में किसी भी दूतावास या मुख्यालय को निशाना नहीं बनाया जाएगा, जो भी राजनयिक या आम नागरिक यहां से जाना चाहें, तालिबान उन्हें सुरक्षित बाहर जाने का रास्ता उपलब्ध कराएगा।Afghanistan: जेएनयू में पढ़ रहे छात्र नहीं जाना चाहते वापस, वीजा विस्तार की मांग की
इस घटनाक्रम के तुरंत बाद अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी तथा उपराष्ट्रपति अमीरुल्लाह सालेह ने देश छोड़ दिया है। अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी ने अपने ट्वीटर हैंडल पर पोस्ट कर देशवासियों से कहा है कि उन्होंने देश में खून-खराबा रोकने के लिए यह कदम उठाया है। यहां पर स्थिति नियंत्रण में है। काबुल पर तालिबान का अधिकार होने के बाद से लोग क्षेत्र से बाहर जाने की कोशिश कर रहे हैं। उन जगहों पर महिलाओं ने काम पर जाना बंद कर दिया है, आम नागरिक भी ऐहतियात बरतते हुए अपने घर से कम से कम बाहर निकल रहे हैं।चीनी कंपनी हुआवेई पर लगे जासूसी के आरोप, पाकिस्तान में संवेदनशील डेटा पर हाथ मारा
काबुल पर कब्जे के बाद मुल्ला बरादर का बयानअफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर कब्जे के तुरंत बाद ही तालिबान नेता मुल्ला बरादर का बयान भी आया है। मुल्ला बरादर ने कहा है कि हमने नहीं सोचा था कि इतनी जल्दी और आसान जीत मिलेगा। आने वाले कुछ ही दिनों में सब कुछ सामान्य हो जाएगा। सभी लोगों के जान-माल की रक्षा की जाएगी।
अफगानिस्तान में शांति स्थापना के लिए एक काउंसिल बनाई गई है। देश के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई इसकी अध्यक्षता करेंगे, उनके साथ ही अफगानिस्तान के मौजूदा सीईओ अब्दुल्ला अब्दुल्ला तथा जिहादी नेता गुलबुद्दीन हिकमतयार भी काउंसिल का हिस्सा होंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बहुत जल्दी राष्ट्रपति भवन से इस्लामिक एमिरेट्स ऑफ अफगानिस्तान का ऐलान किया जा सकता है।