इस बीच अमरीकी कंपनी फाइजर की वैक्सीन को लेकर ये दावा किया जा रहा है कि इसकी पहली खुराक 85 फीसदी तक प्रभावी है। कई शोध रिपोर्ट्स में ये कहा गया है कि फाइजर की कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक 85 फीसद तक प्रभावी पाई गई है। इसका पता इजरायली अस्पताल में स्वास्थ्यकर्मियों पर किए गए अध्ययन से चला है।
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इस अध्ययन को शोबा मेडिकल सेंटर द्वारा किया गया है, जो बहुत जल्द द लैंसेट मेडिकल जर्नल में प्रकाशित होने वाला है। कंपनी ने दावा किया है कि दूसरी खुराक के बाद उसकी वैक्सीन 95 फीसदी तक प्रभावी है। जर्मनी की रोबर्ट कोच इंस्टीट्यूट ने भी कहा है कि कई वैक्सीन एक डोज के बाद काफी प्रभावी है और उसे साधारण फ्रीजर में भी स्टोर कर सकते हैं।
वहीं, एक दिन पहले ही कनाडाई शोधकर्ताओं ने टीकाकरण की संख्या बढ़ाने को लेकर सुझाव दिया था कि फाइजर वैक्सीन की वायरस के खिलाफ प्रभावकारिता को देखते हुए दूसरी खुराक देने में देरी की जा सकती है।