दरअसल, चीन ने दक्षिण-पश्चिमी शहर चेंगदू में अमरीका के वाणिज्य दूतावास ( United States Consulate in Chengdu ) को बंद करने का आदेश दिया है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने शुक्रवार को कहा कि चेंग्दू शहर में अमरीकी दूतावास का लाइसेंस वापस ले लिया गया है। चीन के विदेश मंत्रालय की ( Foreign Ministry of China ) ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि चीन ने अमरीकी दूतावास को अपने फैसले की सूचना दे दी है।
बयान में आगे कहा गया है कि चीन चेंगदू शहर में अमरीकी महावाणिज्य दूतावास की स्थापना एवं संचालन के लिए दी गई अपनी सहमति वापस लेता है। चीन ने कहा कि यह कदम अमरीका के लिए एक ‘आवश्यक प्रतिक्रिया’ है, जिसने इस सप्ताह के शुरू में ह्यूस्टन में चीन को अपना वाणिज्य दूतावास बंद ( China closed its consulate ) करने का आदेश दिया था।
बता दें कि अमरीका ने बुधवार को ह्यूस्टन में स्थित चीनी दूतावास को बंद करने का आदेश दिया था। अमरीका ने कहा था कि यह कदम अमरीकी बौद्धिक संपदा एवं निजी सूचना ( American Intellectual Property and Personal Information ) को संरक्षित रखने के मकसद से उठाया गया है। इस कार्रवाई के बाद चीन ने इस आदेश की निंदा करते हुए इसे ‘अपमानजनक’ बताते हुए कहा था कि अगर इस फैसले को वापस नहीं लिया गया तो इसका कड़ा जवाब दिया जाएगा।
चीन ने क्या कहा है?
अमरीकी कार्रवाई पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ( Chinese Foreign Ministry spokesman Wang Wenbin ) ने इसे तनाव में अभूतपूर्व वृद्धि करार दिया और जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी। चीन ने गुरुवार को कहा कि ह्यूस्टन में उसके दूतावास को बंद करने के अमरीकी सरकार के आदेश के पीछे दुर्भावनापूर्ण मंशा थी और कहा कि उसके अधिकारियों ने कभी भी सामान्य कूटनीतिक नियमों से परे काम नहीं किया।
वांग ने कहा कि दूतावास को बंद करने का फैसला अंतरराष्ट्रीय कानून एवं अंतरराष्ट्रीय संबंधों ( International law and international relations ) को संचालित करने वाले मूल नियमों का उल्लंघन है तथा चीन-अमरीका के रिश्तों को गंभीर रूप से कमजोर करता है। वांग ने कहा कि यह चीनी और अमरीकी लोगों के बीच दोस्ती के पुल को तोड़ना है।
अमरीका को सोमवार तक का दिया समय
चीन के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि चेंगदू में वाणिज्य दूतावास को बंद करने के लिए चीन ने अमरीका को सोमवार तक का समय दिया है। इस दूतावास को 1985 में स्थापित किया गया था और वर्तमान में 200 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं, इनमें से 150 को स्थानीय रूप से काम पर रखा गया है।
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इस दूतावास को रणनीतिक रूप से अमरीका के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जाता रहा है, क्योंकि यह अमरीका को तिब्बत के स्वायत्त क्षेत्र के बारे में जानकारी इकट्ठा करने की अनुमति देता है, जहां स्वतंत्रता के लिए लंबे समय से चीन पर दबाव बनाया जा रहा है।
इसके अलावा चेंगदू शहर को अपने उद्योग और बढ़ते सेवा क्षेत्र के साथ अमरीका की ओर से कृषि उत्पादों, कारों और मशीनरी के निर्यात के अवसर प्रदान करने के रूप में भी देखा जाता है।