मौसम में बदलाव का बड़ा कारण उच्च दबाव का बढ़ना है। मौसम वैज्ञानिक जीपी शर्मा के मुताबिक निम्न दवाब वाले उत्तरी क्षेत्रों में अब उच्च दबाव की वजह से हवाओं की रफ्तार बढ़ी हैं। यही वजह है कि हवाओं में नमी जा चुकी है या फिर कुछ इलाकों में काफी कम है। इसके साथ अब शुष्क हवाएं चलने लगी हैं। मौसम विभाग के मुताबिक 15 अक्टूबर से इसमें और बदलाव देखने को मिलेगा।
आईएमडी के मुताबिक उत्तर भारत के ज्यादातर इलाकों में सर्दियों का अहसास शुरू हो गया है। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और राजधानी दिल्ली में अब सुबह और रात को हल्की सर्द हवाएं चलने लगी हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर भारत सर्दियों की वजह पहाड़ों पर शुरू हुई हल्की बर्फबारी भी है। सितंबर के अंतिम दिनों में जम्मू-कश्मीर में लगातार दो तीन दिन हुई हल्की बर्फबारी ने मौसम को सर्द बना दिया।
इसके अलावा उत्तराखंड से आठ किमी दूर वासुकी ताल में भी बर्फबारी ने उत्तर भारत में सर्द हवाओं को प्रोत्साहित किया। यहां सीजन की पहली बर्फबारी के साथ ही ठंडी हवाओं ने भी दस्तक दे डाली।
दिल्ली में सर्द हवाओं के बीच तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। 2 अक्टूबर को न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस यानी सामान्य से 2 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया है। 27-28 सितंबर तक 2 से 3 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई थी जब न्यूनतम तापमान 23.2 डिग्री सेल्सियस और 22.2 डिग्री सेल्सियस था।