भारतीय मौसम विभाग की ओर से जारी सूचना में बताया गया है कि मॉनसून अभी समाप्त नहीं हुआ है, लेकिन इसके वापसी के संकेत मिलने लगे हैं। दिल्ली के सफदरजंग वेधशाला ने पिछली बार 8 सितंबर को वर्षा 1.3 मिलीमीटर दर्ज हुई थी। उसके बाद से दिल्ली में बारिश नहीं हुई है। इस बीच तापमान में काफी बढ़ोतरी हुई है। साथ ही भारी उमस से लोग परेशान हैं। शुक्रवार को शहर के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान 37 डिग्री से 40 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया।
PM Modi ने विपक्ष पर बोला हमला, एग्री बिलों को बताया ऐतिहासिक और किसान समर्थक आईएमडी के मुताबिक दिल्ली में सितंबर में अब तक 78 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है। एक जून से मॉनसून शुरू होने के बाद से शहर में 617.8 मिलीमीटर तुलना में 576.5 मिलीमीटर बारिश हुई है। इसके बावजूद दिल्ली में मॉनसून की स्थिति बनी हुई है। देश की राजधानी से इसके जाने की शुरुआत अक्टूबर के शुरुआती दिनों में होने की संभावना है।
वहीं दक्षिण—पश्चिम मॉनसून की पश्चिम राजस्थान से वापसी अगले सप्ताह के अंत तक शुरू हो सकती है। अगले दो दिनों में मॉनसून की वापसी के लिए स्थितियां अनुकूल होने की संभावना है। आईएमडी के डीजी मृत्युंजय महापात्र के मुताबिक 17 सितंबर से मॉनसून के वापस जाने के संकेत मिलने लगे हैं। हालांकि, बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव बनने के कारण मध्य और दक्षिण भारत के कई हिस्सों में अगले 2 दिनों के दौरान भारी वर्षा होने की संभावना है।
Odisha Flood से नुकसान का जायजा लेने पहुंची केंद्रीय टीम, बीजेडी सरकार ने की 1100 करोड़ की मांग आईएमडी ने कर्नाटक, केरल, गोवा और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में शनिवार के लिए आरेंज अलर्ट जारी की है। जबकि ओडिशा, आंध्र प्रदेश, केरल, महाराष्ट्र और गोवा के लिए रविवार को आरेंज चेतावनी जारी की गई है। ओडिशा में, राज्य सरकार ने जिला प्रशासनों से कहा है कि वह किसी भी बाढ़ जैसी स्थिति और भूस्खलन से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है।
शुक्रवार को हरियाणा में सबसे अधिक तापमान हिसार में 39.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 3 डिग्री अधिक रहा। हरियाणा और पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ में भी उमस रही और वहां अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।