अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार इस मौके पर विहिप कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि- “मुसलमानों के लिए जिस तरह से मक्का और मदीना पवित्र हैं, उसी तरह हम लोगों के लिए ननकाना साहिब पवित्र है। ननकाना साहिब पर हुआ हमला हमारे सब्र का बांध तोड़ता है। हम बताना चाहते हैं कि जब पूर्वी पाकिस्तान में इसी तरह के अत्याचार हुए तो भारतीय सेना वहां प्रवेश कर गई थी। दो दिन में 90 हजार पाक सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया था। इसके बाद पूर्वी पाकिस्तान बांग्लादेश बन गया। पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों से उस देश के अस्तित्व पर संकट खड़ा हो गया है।”
पाकिस्तान समाज में नफरत की दीवार आलोक ने कहा कि पाकिस्तान के समाज में नफरत की दीवार है। हिंदू और सिखों के खिलाफ ही नहीं, बल्कि अहमदियों, सुन्नी और शियाओं के खिलाफ भी वहां नफरत है। प्रचार प्रसार प्रमुख महेंद्र रावत, क्षेत्रीय संगठन मंत्री मुकेश, प्रांत अध्यक्ष कपिल खन्ना, कार्याध्यक्ष वागीश, प्रांत मंत्री बचन सिंह, सुरेंद्र गुप्ता श्याम कुमार, महेंद्र रावत आदि मौजूद रहे।