यहां आपको बता दें कि पिछले महीने जामिया मिल्लिया इस्लामिया ( jamia millia islamia ) के पूर्व छात्र संगठन के अध्यक्ष शिफा-उर-रहमान को भी दंगा भड़काने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। अध्यक्ष को UAPA के तहत गिरफ्तार किया गया था। अधिकारियों का कहना है कि शिफा-उर-रहमान जामिया समन्वय समिति का सदस्य भी है और दंगा भड़काने का आरोपी भी है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना था कि पूर्व अध्यक्ष के खिलाफ तकनीकी साक्ष्य थे, जिससे साफ पता चलता है कि दंगा फैलान के लिए उसने भीड़ को उकसाया था। CCTV फुटेज में भी वह दिखा था। इसके अलावा मोबाइल के जरिए भी उसके बारे में कई जानकारी मिली थी। यहां आपको बता दें कि CAA के खिलाफ उत्तर-पूर्व दिल्ली में भड़की हिंसा के कारण काफी जान-माल का नुकसान हुआ था।