दरअसल मौलाना साद पिछले एक महीने से ज्यादा वक्त से क्वारंटीन में है। ऐसे में वो लगातार दिल्ली पुलिस ( Delhi Police ) से बचने के लिए अपने ठिकाने भी बदल रहा है। कभी दिल्ली तो कभी उत्तर प्रदेश तो कभी हरियाणा में उसके छिपे होने की खबरें लगातार सामने आ रही हैं।
लॉकडाउन के बीच कुछ सरकार ने कुछ दुकानों को खोलने के लिए दी ढील, जानिए कहां भी राहत दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में मरकज से देश के विभिन्न राज्यों में गए तबलीगी जमातियों के भजने वाले मौलाना साद ने कोरोना का टेस्ट एक निजी लैब में करवाया है।
खास बात यह है कि ये टेस्ट निगेटिव आया है। यानी मौलाना साद को कोरोना का संक्रमण नहीं हुआ है। मौलाना साद की कोरोना रिपोर्ट में ये खुलासा हुआ है। भगोड़े नहीं मौलाना साद
मौलाना साद के वकील फुजैल अयूबी के मुताबिक मुखिया की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई है। इतना ही नहीं वकील ने ये भी कहा है कि मौलाना साद कोई भगोड़े नहीं हैं।
वकील की मानें तो अब तक दिल्ली पुलिस ने मौलाना साद को पेश होने के लिए कहा ही नहीं है। वकील फुजैल के मुताबिक दिल्ली पुलिस की ओर से हमें कोई समन नहीं मिला है। दिल्ली पुलिस ने अब तक में सिर्फ तीन नोटिस ही भेजें हैं, इन सभी नोटिस का हम जवाब दे चुके हैं। ऐसे में पुलिस से भागने और छिपने का सवाल ही नहीं उठता।
दिल्ली पुलिस का कर रहे सहयोग
आपको बता दें कि हाल में दिल्ली क्राइम ब्रांच टीम ने उत्तर प्रदेश के शामली स्थित फॉर्म हाउस पर दबिश की थी। यहां से काफी महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे थे। इसके साथ ही दिल्ली स्थिति मरकज और साद के दफ्तरों की जांच भी की थी।
कोरोना संकट के बीच चीन को लेकर भारत ने लिया अब तक का सबसे बड़ा एक्शन वहीं मौलाना साद की मानें तो तबलीगी जमात लगातार दिल्ली पुलिस का सहयोग कर रही है। मौलाना के वकील ने दिल्ली पुलिस को साद की रिपोर्ट भी सौंप दी है और कहा है कि जब उन्हें पूछताछ के लिएबुलाया जाएगा, वो पूरा सहयोग करेंगे।