ऐसे में कोरोना वायरस ( Coronavirus ) को लेकर लोगों के मन में तरह-तरह के भ्रांतियां पल रही हैं। जिसका एक कारण लोगों में कोरोना वायरस के बारे में पुख्ता जानकारी का न होना है।
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दरअसल, लोगों में सबसे ज्यादा कंफ्यूजन कोरोना वायरस ( Coronavirus ) और सामान्य खांसी जुकाम में भेद न कर पाना है।
यही वजह है कि पब्लिक प्लेस या पब्लिक ट्रांसपोर्ट में किसी को सामान्य छींक आने तक पर लोग उसको संदिग्ध की तरह देखने लगते हैं।
ऐसे में हम आपको बताते हैं कि हर छींक का मतलब कोरोना वायरस नहीं। जिसकी पहचान कुछ इस तरह से की जा सकती है…
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दरअसल, कोरोना वायरस और मौसम जुकाम के लक्षणों में बहुत अधिक अंतर नहीं है। यही वजह है कि लोगों को सबसे बड़ी समस्या इसको लेकर है कि वो इस बात की पहचान आखिर करें कैसे?
ऐसे में डॉक्टर्स का कहना है कि ऐसा कोई डाटा उपलब्ध नहीं है, जिससे मौसमी जुकाम और कोविड-19 के लक्षणों की पहचान हो सके।
लेकिन ऐसी स्थिति में बजाए भयभीत होने के लोगों को यह ध्यान रखना चाहिए कहीं वह किसी कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में तो नहीं आया।
मौसम जुकाम और कोरोना वायरस दोनों ही केसों में डॉक्टरों का बुखार को कम करने का प्रयास रहता है।
जबकि अधिकांश मरीज तो बिना किसी इलाज के ही ठीक हो जाते हैं, जबकि गंभीर मामलों में हॉस्पिटल में भर्ती कराए जाने से लेकर जीवन रक्षक प्रणाली की जरूरत पड़ती है।