बोर्ड ने अपने हलफनामे में बताया है कि कक्षा 10वीं और 12वीं के जिन छात्रों ने परीक्षा पूरी कर ली है, उनका सामान्य रूप से रिजल्ट आएगा।
इसके अलावा जिन छात्रों ने तीन से ज्यादा पेपर दिए हैं, बचे हुए पेपर के लिए उनका रिजल्ट सर्वश्रेष्ठ तीन विषयों के औसत नंबर के हिसाब से दिया जाएगा।
जिन छात्रों ने बोर्ड के तीन पेपर दे दिए हैं, उन्हें बची हुई परीक्षाओं के लिए सर्वश्रेष्ठ दो विषयों के औसत अंक मिलेंगे। 1 या 2 पेपर देने वालों के ऐसे आएंगे नंबर
इसके अलावा जिन छात्रों ने 1 या 2 पेपर खत्म किए, उनके नंबर बोर्ड की परफोर्मेंस और इंटरनल/प्रैक्टिकल असेसमेंट के आधार पर दिया जाएगा। इसके साथ ही 12वीं के छात्रों को वैकल्पिक परीक्षा देने का मौका मिलेगा।
कोर्ट में सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता की तरफ से कहा गया कि रिजल्ट घोषित करने के दो सप्ताह के अंदर छात्रों को परीक्षा देने का विकल्प दिया जाना चाहिए। ऐसा ना करने पर भ्रम पैदा होने की संभावना बढ़ जाएगी।
सुनवाई के दौरान CBSE की तरफ से कहा गया कि हम छात्रों को विकल्प दे रहे हैं जब स्थिति अनुकूल होगी तो परीक्षा होगी, यह छात्रों के समर्थन वाली योजना है। तमाम दलील सुनने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने CBSE की योजना को मंजूरी दे दी।