नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर ( Jammu Kashmir ) से आर्टिकल 370 ( Article 370 ) हटाए जाने और दो केंद्र शासित प्रदेश बनाने के बाद जिन तीन अलगाववादी ( separatist leader ) नेताओं को हिरासत में लिया गया, उनके जल्दी रिहाई के आसार नहीं है। हिरासत में लेने वाले अधिकारियों के मुताबिक शांति बहाली के लिए इन सभी अलगाववादी नेताओं को एक साल तक हिरासत में रखा जा सकता है।
8 दिन में 700 को हिरासत में लिया यही वजह है कि प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर बीते आठ दिनों के दौरान करीब 700 लोगों को हिरासत में लिया है। इनमें से करीब 150 लोगों को देश के विभिन्न राज्यों की जेलों में स्थानांतरित किया है।
यही नहीं NC उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के अलावा पीडीपी की अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती भी गिरफ्तार नेताओं में शामिल हैं। हालांकि महबूबा और उमर अब्दुल्ला को कब तक नजरबंद रखा जाएगा, इसको लेकर किसी के पास कोई सिर्फ यही नहीं राज्य में बीते एक सप्ताह के दौरान हुई गिरफ्तारियों की संख्या का ब्योरा भी देने के लिए कोई अधिकारी तैयार नहीं है।
वादी में कोई भी किसी भी तरह से हिंसा न भड़का सके इसलिए विभिन्न नेताओं और अन्य लोगों को एहतियातन हिरासत में लिया गया है।