गैलरी में लगी इन तस्वीरों की वजह से विवाद खड़ा हो गया है। क्योंकि इसी गैलरी में महाराजा रंजीत सिंह की लड़ी गई लड़ाइयों की तस्वीरें जिस जगह पर लगी हैं ठीक उसी के नीचे ये विवादित पेंटिंग भी लगाई गई हैं। खास बात यह है कि इस मामले की शिकायत पीएम मोदी से की गई है।
अंग्रेजों को जुल्म का प्रतीक जलियांवाला बाग जलियांवाला बाग में फरवरी से कई विकास काम शुरू किए गए हैं। यहां बनी नई गैलरी में दो महिलाओं की अर्धनग्न तस्वीरें लगाए जानें को लेकर विवाद खड़ा हो गया है।
इस विवाद की बड़ी वजह यह भी है कि इन तस्वीरों को महाराजा रणजीत सिंह की लड़ाइयों की तस्वीरों के ठीक नीचे लगाया गया है। इतना ही नहीं बगल की ही दीवार पर गुरुनानक देव की तस्वीर भी लगी हुई है। यही वजह है कि इन दो महिलाओं की अर्धनग्न तस्वीरों को लेकर बवाल खड़ा हो गया है।
20 करोड़ के बजट हुआ पास
जलियांवाला बाग स्थल को विकसित करने के लिए 20 करोड़का बजट पास किया गया है। इसी के तहत यहां एक फोटो गैलरी बनाई जा रही है। इसमें पंजाब के इतिहास से जुड़ी कई जानकारियां हैं।
इंटरनेनल सर्व कम्बोज समाज ने पीएम मोदी से शिकायत
अब इस मामले में पीएम मोदी से भी शिकायत की गई है। मामले में इंटरनेनल सर्व कम्बोज समाज ने पीएम मोदी को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में महिलाओं की अर्धनग्न तस्वीरों को हटाने की मांग की है।
इंटरनेनल सर्व कम्बोज समाज के अध्यक्ष शिंदर पाल सिंह कम्बोज ने कहा कि अर्धनग्न महिलाओं की तस्वीर गैलरी में लगाकर शहीदों का अपमान किया गया है। इसके अलावा ट्रस्ट पर शहीद उधम सिंह के अपमान का आरोप भी लग रहा है।
सांसद श्वेत मलिक पर लगा आरोप
इंटरनेशनल सर्व कम्बोज समाज ने सांसद श्वेत पर मलिक पर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि जलियांवाला बाग के विकास का काम उन्हीं की देख रेख में हो रहा है।
उधम सिंह की मूर्ति की जगह टिकट काउंटर
गेट के पास जहां पर उधम सिंह की मूर्ति थी, वहां पर अब टिकट काउंटर खोल दिया गया है। उन्होंने मामले में ट्रस्ट के जिम्मेदार पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
सांसद ने दिए जांच के आदेश
अर्धनग्न तस्वीरों और शहीदों के अपमान का आरोप लगने के बाद विवाद बढ़ता देख सांसद मलिक ने मामले में जांच की बात कही है।