पुलवामा हमला मानवता पर खतरे का साक्ष्य: मोदी
भारत और सऊदी अरब ने संयुक्त बयान में बुधवार को कहा कि ऐसे देशों पर ‘हर संभव दबाव’ बनाने की जरूरत है जो आतंकवादी गतिविधियों को समर्थन देते हैं। क्राउन प्रिंस के सामने ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पुलवामा में ‘बर्बर आतंकी हमला’ आतंकवाद से मानवता को खतरे का एक अन्य साक्ष्य है। मोदी ने पश्चिम एशिया और खाड़ी में शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने पर बल देते हुए कहा कि इस क्षेत्र में भारत के 27 लाख लोग रहते हैं। इसलिए यहां शांति एवं समृद्धि हमारे दोनों देशों के साझा हित हैं।
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आतंक पर बोले प्रिंस लेकिन पुलवामा से परहेज
वहीं क्राउन प्रिंस मोहम्मद सलमान ने कहा कि आतंकवाद पर हम भारत के साथ खुफिया सूचना साझा करने के लिए तैयार हैं। सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि हम पड़ोसी मुल्कों को भी पूरा सहयोग करने के लिए तैयार हैं। हालांकि पीएम मोदी की ओर से पुलवामा आतंकी हमले का की बार जिक्र करने के बावजूद भी प्रिंस ने सीआरपीएफ पर हमला और पाकिस्तान की ओर से आतंक को पनाह देने पर एक शब्द नहीं कहा।
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मोदी ने कई बार उठाया पुलवामा और आतंक का मुद्दा
मोदी ने कहा कि हम मानते हैं कि इससे प्रभावी तौर पर निपटने के लिए, ऐसे देशों पर हर संभव दबाव बनाने की जरूरत है, जो आतंकवाद को किसी तरह का समर्थन दे रहे हैं। उन्होंने इशारे इशारे में पाकिस्तान पर प्रहार करते हुए कहा कि आतंकी ढांचे को तबाह करना और आतंकियों व उनके समर्थकों को सजा देना बेहद जरूरी है। आतंकवाद से निपटने के लिए एक कार्य योजना की जरूरत है ताकि आतंकवाद और हिंसा से जुड़ी ताकतें युवाओं को गुमराह न कर पाएं। उन्होंने आगे कहा कि मैं खुश हूं कि भारत व सऊदी अरब की इस पर एक जैसी सोच है।