Ram Tample निर्माण के लिए बरस रहा धन, गुजरात के हीरा कारोबारी ने किया 11 करोड़ का दान
अयोध्या में Ram Tample निर्माण के लिए दान अभियान में बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रहे लोग
जानी-मानी हस्तियों के साथ आम जनता भी दे रही जमकर दान
गुजरात के हीरा कारोबारी ने दिए 11 करोड़ रुपए
नई दिल्ली। भव्य राम मंदिर ( Ram Tample ) निर्माण के लिए शुरू हुए दान अभियान को लोगों का जबरदस्त समर्थन मिल रहा है। देशभर से जानी मानी हस्तियों से लेकर आम लोग अपने-अपने स्तर पर राम मंदिर निर्माण में योगदान दे रहे हैं। इसी कड़ी में गुजरात के एक हीरा कारोबारी ने मंदिर के निर्माण के लिए 11 करोड़ रुपए की धनराशि दान देकर हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींचा है।
सूरत के हीरा कारोबारी गोविंद ढोलकिया SRK डायमंड कंपनी के मालिक हैं। आपको बता दें कि इससे पहले उत्तर प्रदेश के एक विधायक ने भी एक करोड़ से ज्यादा की राशि देकर सुर्खियां बंटोरी थीं।
ढोलकिया के मुताबिक, भगवान राम और भगवान कृष्ण हमारे ईष्ट देवता हैं। यही कारण है कि हमने अपनी कंपनी का नाम श्रीराम कृष्ण एक्सपोर्ट रखा है जो बाद में खुद एसआरके बन गया। इसलिए हमारे परिवार ने सोचा कि जब 500 वर्षों के बाद मंदिर बनाया जा रहा है तो हमें निश्चित रूप से योगदान देना चाहिए।
गोविंद ढोलकिया ने कहा कि, ‘ईश्वर को इसकी आवश्यकता नहीं है, वह स्वयं धनवान है। लेकिन ईश्वर ने हमें जो भी शक्ति प्रदान की है, हमें उससे कुछ करना चाहिए। हमारे परिवार ने राशि के बारे में बहुत सोचा और अंत में 11 करोड़ रुपये समर्पित करने का फैसला किया। सर्वशक्तिमान ने हमें बहुतायत में दिया है, इसलिए हमने भगवान के सम्मान में राशि समर्पित करने का फैसला किया है।
आपको बता दें कि गोविंद ढोलकिया एक किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं। हालांकि बाद में उन्होंने हीरे का काम सीखा और तय किया कि वे अपनी हीरे की कंपनी खोलेंगे। अब वे देश के जाने-माने हीरा कारोबारियों में गिने जाते हैं।
इससे पहले यूपी से बीजेपी के विधायक ने 1,11,11,111 रुपए का दान देकर सुर्खियां बंटोरी थीं। वहीं हाल में अभिनेता अक्षय कुमार ने भी अयोध्या में बनने जा रहे राम मंदिर निर्माण के लिए दान देकर लोगों से भी अनुरोध किया है कि वे बढ़चढ़ कर इस महाअभियान में हिस्सा लें।
15 जनवरी से शुरू हुआ अभियान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 15 जनवरी को राम मंदिर के निर्माण में योगदान के रूप में 5,00,100 रुपये का दान दिया था। इसी के साथ धन संग्रह अभियान की शुरुआत की गई।
भूकंप, तूफान भी नहीं बिगाड़ पाएंगे कुछ मंदिर का निर्माण देश की प्राचीन और पारंपरिक निर्माण तकनीकों का पालन करके किया जाएगा। इसे भूकंप, तूफान और अन्य प्राकृतिक आपदाओं से बेअसर बनाए रखने के लिए तैयार किया जाएगा।