इस दौरान राहुल गांधी ने कहा था कि “रेड, ओरेंज और ग्रीन” तीनों जोन केंद्र सरकार की ओर से बनाए गए हैं, जबकि इनकी असल जानकारी जिलाधिकारियों और मुख्यमंत्रियों को के पास होती है। कांग्रेस नेता ने कहा कि दिल्ली को इन जोनों को सही और सटीक जानकारी नहीं होती। उन्होंने कहा कि कई बार ऐसे भी मामले सामने आए हैं कि केंद्र सरकार द्वारा घोषित रेड जोन वास्तव में ग्रीन जोन था और ग्रीन जोन ग्रांउड पर रेड जोन। इसलिए जोन तय करने का अधिकार राज्य सरकारों के पास होना चाहिए।
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यही नहीं राहुल गांधी ने यह भी कहा था कि जहां तक मेरा सवाल है तो कोरोना जैसे संकट में मुझे एक स्ट्रॉंग प्रधानमंत्री की बजाए सभी राज्यों में शक्तिशाली मुख्यमंत्री और डीएम चाहिएं। राहुल गांधी ने कहा कि मैं चाहता हूं कि हम बीमारी को लोकल लेवल पर ही निपटा दें। हर लेवल पर बीमारी के सामने एक स्ट्रोंग हिंदुस्तानी लीडर खड़ा हो, चाहे वो डीएम हो, चाहे वो किसान हो।