दरअसल सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद रथयात्रा में शामिल होन वाले सभी लोगों का कोरोना टेस्ट कराया गया था। खास बात यह है कि कोरोना संक्रमित सेवायत को रथयात्रा में शामिल होने नहीं दिया गया है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक रथयात्रा की व्यवस्था की देखरेख कर रहे हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि हर रथ को खींचने के दौरान एक वरिष्ठ अधिकारी इसकी निगरानी कर रहा है। वहीं ओडिशा के कानून मंत्री प्रताप जेना ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार, पुरी जगन्नाथ मंदिर के सभी पुजारियों और सेवकों का कोरोना टेस्ट किया गया। एक सेवक कोरोना पॉजिटिव पाया गया है, जिसके बाद उसे रथयात्रा में शामिल होने की अनुमति नहीं दी गई है।
कोलकाता में कोरोना की वजह से इस्कॉन मंदिर के प्रांगण में ही रथयात्रा का आयोजन किया गया है। यहां पर मंदिर के पुजारियों समेत अन्य श्रद्धालुओं ने भगवान जगन्नाथ की यात्रा की जोरदार तैयारियां की हैं।
वहीं पुरी में जगन्नाथ की यात्रा के दौरान बाहर के सभी श्रद्धालु यात्रा को टेलीविजन पर देख सकते हैं। इस बीच, पुरी के सभी प्रवेश बिन्दु सील कर दिए गए हैं और यात्रा तैयारियों से जुड़े वाहनों को छोड़कर अन्य किसी वाहन को आवागमन की अनुमति नहीं है।
मुख्य सचिव अजय त्रिपाठी और पुलिस महानिदेशक के अतिरिक्त राज्य सरकार के विभिन्न विभागों के सभी वरिष्ठ अधिकारी कल निकलने वाली रथयात्रा की तैयारियों का जायजा लेने पुरी पहुंच गए हैं।