कोरोना वायरस के मामले एक बार फिर बढ़ने के बाद केंद्र सरकार की चिंता भी बढ़ गई है। यही वजह है कि मोदी सरकार इसे नियंत्रित करने को लेकर कड़े कदम उठाने में जुट गई है। गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को स्थिति की समीक्षा की और स्वास्थ्य मंत्रालय से टीकाकरण अभियान में तेजी लाने को कहा ताकि कोरोना को एक फिर फैलने से रोका जा सके।
हो जाएं सावधान! देश के इन इलाकों में दस्तक देने वाला है बर्फीला तूफान, कई राज्यों में फिर बढ़ेगी सर्दी प्राइवेट सेक्टर की एंट्रीसरकार अब 50 साल से ज्यादा उम्र वालों को कोरोना टीका लगाने की योजना बना रही है। ऐसे में कम समय में 27 करोड़ लोगों को टीका दिए जाने का लक्ष्य पूरा करने के लिए सरकार अभियान में प्राइवेट सेक्टर को मंजूरी देने की तैयारी कर रही है।
अगले चरण में उन लोगों को भी टीका दिया जाएगा जिनकी उम्र 50 साल से कम है लेकिन जिन्हें गंभीर बीमारियां हैं और कोरोना से जिनको मौत का जोखिम ज्यादा है। नीति आयोग के सदस्य डॉक्टर वी.के. पॉल के मुताबिक वैक्सीनेशन अभियान के अगले चरण की तैयारियां जोरों पर हैं और इसमें प्राइवेट सेक्टर की हिस्सेदारी बड़े स्तर पर होगी।
उन्होंने कहा, अभी भी हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स के वैक्सीनेशन में निजी सेक्टर मुख्य रूप से शामिल है। एक दिन में दी जाने वाली 10 हजार वैक्सीन में से 2 हजार प्राइवेट सेक्टर की देखरेख में दी जा रही है।
चूंकि हम टीकाकरण अभियान में और तेजी लाना चाहते हैं, यही वजह है कि प्राइवेट सेक्टर की हिस्सेदारी और ज्यादा होगी।’ आपको बता दें कि अगले चरण में सरकार की योजना प्रतिदिन 50 हजार लोगों को टीके लगाने की है। अब तक देशभर में 1.07 करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगाया जा चुका है।
गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान और केंद्रशासित लक्षद्वीप में 75 प्रतिशत से ज्यादा हेल्थ और फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीके लगाए जा चुके हैं। आगामी चरण में करीब 40 से 50 प्रतिशत टीकाकरण प्राइवेट सेक्टर के माध्यम से किया जाएगा।
कोरोना संकट के बीच इन शहरों में दोबारा लगा दिया गया लॉकडाउन, जानिए अब सरकार ने क्या दी है चेतावनी इन राज्यों पर सरकार की नजरकेंद्र सरकार ने सभी राज्यों से टीकाकरण अभियान में तेजी लाने को कहा है। सरकार की नजर महाराष्ट्र, केरल, पंजाब, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों पर भी है।