इस कैमरे के बहाने पीएम मोदी ने चुटकी भी ली। उन्होंने हंसते हुए कहा कि मुझे यहां कैमरा वाला आविष्कार काफी पसंद आया। इस कैमरे की खासियत यह है कि इसके जरिये पता लगाया जा सकता है कि कौन कितना ध्यान से सुन रहा है। अब हम पता लगा सकेंगे हमारी बातों को कितना ध्यान से सुना जा रहा है।
पीएम मोदी ने कहा है कि इस कैमरे का इस्तेमाल तो संसद में होना चाहिए। जहां पता चल सके कि हमारे बातों को कितनी ध्यान से सुना जा रहा है। अब मैं इसको लेकर संसद में बात करूंगा। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद लोगों के ठहाकों के बीच कहा, मुझे मुख्य रूप से वह कैमरा अच्छा लगा जो बताता है कि कौन ध्यान दे रहा है। आप जानते हैं कि अब क्या होगा- मैं संसद के अपने अध्यक्ष ओम बिरला से बात करूंगा और मुझे भरोसा है यह सांसदों के लिए बहुत लाभकारी होगा।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अपना एक अंदाज है। उनके बोलने की कला से तो विपक्ष भी सहमत है। विपक्ष कई बार कह चुका है कि पीएम मोदी बोलते तो अच्छा हैं लेकिन करते कम हैं।
बहरहाल पीएम मोदी को अपना बात सुनवाने के लिए एक और अच्छा माध्यम मिल गया है। ऐसे में देखना होगा कि कब ये कैमरा संसद में लगता है और इसका असर दिखाई देता है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मुझे यहां सभी पर भरोसा है, विशेष रूप से सिंगापुर से हमारे आगंतुकों ने चेन्नई का आनंद लिया होगा। यहां मौजूद मेरे युवा साथियों ने कई परेशानियों को हल किया है।
मुझे खासतौर से कैमरा को लेकर निकाला गया हल पसंद आया जिससे कि पता लगाया जा सके कि कौन ध्यान दे रहा है। मैं संसद में मौजूद अपने स्पीकर से बात करुंगा। मुझे पूरा विश्वास है कि यह संसद के लिए उपयोगी होगा।