पेरारीवलन ने अपने बीमार पिता से मिलने और पारिवारिक शादी में शामिल होने के लिए उसने पैरोल के लिए आवेदन किया था। जिसके बाद वेल्लोर सेंट्रल जेल से उसे रिहा कर दिया गया।
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बता दें कि पेरारीवलन पहले यहां की पुझल जेल में बंद था। बाद में उसे स्वास्थ्य में दिक्कत की वजह से स्थानीय सरकारी अस्पताल में इलाज कराना सुविधाजनक लगा था। जिसके वाद दोषी को वेल्लोर सेंट्रल जेल भेज दिया गया था। औपचारिकता पूरी करने के बाद उसे पैरोल पर रिहा कर दिया गया है।