दो दिन तक जल्लाद पवन की मेडकिल जांचें भी की जाएंगी। ताकि फांसी के वक्त उसे किसी तरह की परेशानी ना हो या उसके बीमार होने से फांसी में कोई दिक्कत ना आए।
महानायक अमिताभ बच्चन के परिवार में शोक की लहर, करीबी के निधन से गम का माहौल वहीं जल्लाद पवन ने कहा है कि उसे बेसब्री से 22 जनवरी का इंतजार है जब वो निर्भया के दोषियों को फांसी पर झूलाए। आपको बता दें कि देश का एक जल्लाद ऐसा भी था जो फांसी देने के बाद इस्तेमाल की गई रस्सी से लॉकेट बनाता था और उसे ठीक-ठाक कीमत पर बेच देता था।
फांसी के फंदे से लॉकेट बनाने वाला ये जल्लाद कोलकाता का नामी जल्लाद नाटा मलिक था। फांसी देने के बाद प्रयोग में लाए गए फंदे को अपने साथ घर ले आता था। फिर उनसे लॉकेट बनाकर बेचता था।
निर्भया के दोषियों की फांसी का काम हुआ तेज, जेल में बंद अंडरवर्ल्ड डॉन को सता रहा मौत का डर घर बाहर लगती थी लाइननाटा मलिक के फांसी के फंदे से बनाए लॉकेट को खरीदने के लिए उसके घर के सामने लाइन लगती थी। हालांकि अब नाटा की मौत हो चुकी है, लेकिन उसके फंदों के बने लॉकेट काफी मशहूर हैं।
नाटा मलिक ने अंत में जिस शख्स को फांसी दी थी, उसका नाम धनंजय चटर्जी था, जिसमें हेतल पारिख नाम की एक लड़की को रेप के बाद मार डाला था। तब वो एक अपार्टमेंट में गार्ड था।
छह मीटर लंबी रस्सी
जेल मैन्युअल के मुताबिक धनंजय को फांसी देने के बाद मलिक उसके फांसी के फंदे को घर लाया। ये रस्सी छह मीटर लंबी होती है। उसने इसे छोटा-छोटा काटकर इससे खासी कमाई की।