शनिवार शाम को महबूबा मुफ्ती ने मीटिंग के लिए बुलाए जाने की पुष्टि करते हुए कहा था कि मीटिंग में जाने पर अंतिम फैसला पार्टी के सहयोगियों के साथ चर्चा के बाद होगा। इसी विषय पर बोलते हुए जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी के अध्यक्ष अल्ताफ बुखारी ने केन्द्र सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा मीटिंग में शामिल होने की बात कही थी। बुखारी ने कहा था कि इससे हमारी उस मान्यता को बल मिलता है कि जम्मू कश्मीर के लिए लोकतंत्र और राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए आपसी बातचीत ही सर्वश्रेष्ठ तरीका है।
आपको बता दें कि अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर से धारा 370 समाप्त कर राज्य का विशेष दर्जा खत्म किए जाने और उसे तीन हिस्सों में बांटने के बाद से वहां लगभग सभी राजनीतिक गतिविधियां बंद हैं। वर्ष 2019 के बाद पहली बार राज्य में इस तरह की राजनीतिक मीटिंग केन्द्र सरकार की ओर से आयोजित की जा रही है। बैठक में अमित शाह, अन्य केन्द्रीय नेताओं सहित आईबी तथा रॉ के कई वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल रह सकते हैं। आधिकारियों के अनुसार केन्द्र सरकार ने पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती, नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के सज्जाद लोन सहित अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं को चर्चा के लिए आमंत्रण दिया गया था।