Good News: अब India में होगा Russia की Corona vaccine का उत्पादन, भारतीय कंपनियों ने शुरू की बातचीत
इसके साथ ही माता के दर्शन को आने वाले सभी बाहरी लोगों को कोरोना टेस्ट से गुजरना होगा, तभी उन्हें तीर्थ यात्रा करने की अनुमति दी जाएगी। अधिकारी के अनुसार कोरोना वायरस की स्कैनिंग के लिए माता के मंदिर के रास्ते पर जगह—जगह थर्मल स्कैनर लगाए गए हैं। इसके साथ ही किसी भी हेल्पर या टट्टू को भक्तों के साथ मंदिर तक जाने की अनुमति नहीं होगी। सभी तीर्थयात्रियों को कटरा बेस कैंप से पूरे रास्ते चलकर जाना होगा। आपको बता दें कि कोरोना वायरस महामारी की वजह से जम्मू एवं कश्मीर के धार्मिक स्थल को बंद कर दिया गया था। इसी क्रम में माता वैष्णो देवी की तीर्थयात्रा को भी चार महीने पहले ही बैन कर दिया गया था। सरकार के इस कदम के पीछे कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए उठाया गया कदम था।
Ms dhoni ने International cricket को कहा अलविदा, Amit Shah बोले- दुनिया मिस करेगी Helicopter shot
आपको बता दें कि माता वेष्णों देवी का मंदिर जम्मू डिविजन के रियासी जिले में त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित सबसे अधिक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। कोरोना महामारी से पहले इस मंदिर में हर साल 2.40 करोड़ से अधिक तीर्थयात्री दर्शन के लिए आते रहे हैं। वहीं, जम्मू-कश्मीर में कोरोना मरीजों की संख्या 28 हजार के पार पहुंच गई है। शनिवार को केंद्र शासित प्रदेश में कोरोनो वायरस के 532 नए मामले सामने आए। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग ने जानकारी देते हुए कहा कि कोरोना वायरस के नए मामलों में से 108 जम्मू संभाग में और 424 कश्मीर संभाग से जुड़े हैं। इसके साथ ही जम्मू—कश्मीर में इस बीमारी के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 28,021 हो गई है।
Delhi Government को गांवों में कोरोना फैलने का अंदेशा, kejriwal बोले- केंद्र को करने होंगे ये इंतजाम
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार जम्मू-कश्मीर में कोरोना वायरस की वजह से सात और लोगों ने अपनी जान गंवा दी है। इसके साथ ही 734 अन्य को हॉस्पिटलों से छुट्टी दे दी गई। प्रदेश में इस बीमार से अब तक 527 मरीजों की बीमारी से मौत हो चुकी है जबकि 20,676 ठीक हो चुके हैं।