मालगाड़ी की चपेट में आने की वजह से शख्स के कई टुकड़े हो गए। शरीर का नीचे वाला हिस्सा चीथड़ों में बंटकर ट्रैक के बीचों-बीच पड़ा था, तो वहीं ऊपरी हिस्सा ट्रैक के बाहर आ गया। कई टुकड़ों में बंट जाने के बाद वहां मौजूद लोगों की हिम्मत नहीं हुई कि वे खुली आंखों से ये दृश्य देख सकें। लेकिन इसके बाद जो कुछ भी हुआ उस पर न तो लोगों ने भरोसा किया और न ही पुलिस ने। बता दें कि टुकड़ों में बंटने के बाद भी शख्स पुलिस से बातचीत कर रहा था।
पुलिस को बयान देते हुए शख्स उन्हें अपने बारे में बता रहा था। जानकारी के मुताबिक घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस को लगा कि वह मर चुका है। लेकिन जब पुलिस ने शख्स के हाथ को उठाकर पंचनामा करने के की कोशिश की तो वह अचानक बोलने लगा। ये पूरा दृश्य देखने के बाद वहां मौजूद पुलिसकर्मियों की सांसें अटक गईं। हालांकि पुलिस ने हिम्मत दिखाया और उससे बातचीत की।
शख्स ने पुलिस को बताया कि, ”मैं मालीवाड़ा का संजू हूं और मैं नंदूरबार का ही रहने वाला हूं।” हालांकि वह उससे ज़्यादा कुछ नहीं बोल पाया और दम तोड़ दिया। बाद में पुलिस ने जांच की तो उसकी पूरी डीटेल्स पता चल गई। मृतक का नाम संजय नामदेव मराठे है। संजय की उम्र 30 साल थी और वह शहर में ऑटो चलाता था। हालांकि संजय की खुदकुशी का कारण नहीं पता चल पाया।