गौरतलब है कि लाल सिंह जम्मू के ऐसे पहले नेता हैं, जिन पर पुलिस ने यह कार्रवाई की है। सूत्रों के अनुसार चौधरी लाल सिंह को उनके गांधीनगर स्थित सरकारी आवास में नजरबंद रखा गया है, जहां उनको निकलने की इजाजत नहीं है।
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इमोशनल ब्लैकमेलरों के चंगुल से मुक्त जम्मू एवं कश्मीर
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अलगाववादी नेताओं और कश्मीर पर दोहरा रवैया अपनाने वाले नेताओं पर हमला बोला था। उन्होंने जम्मू एवं कश्मीर पर प्रमुख विधेयकों के पारित होने को सरदार वल्लभभाई पटेल को एक सही श्रद्धांजलि बताया, और कहा कि जम्मू एवं कश्मीर में एक नई सुबह और बेहतर कल आने वाला है।
मोदी ने कहा कि वर्षो से निहित स्वार्थी समूहों ने जम्मू एवं कश्मीर के लोगों के सशक्तिकरण के बारे में नहीं सोचा, जो भावनात्मक रूप से ब्लैकमेल करने में विश्वास रखते हैं। प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया कि जम्मू एवं कश्मीर अब उनके चंगुल से आजाद हो गया है।”
प्रधानमंत्री ने हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू, डोगरी और लद्दाखी में श्रंखलाबद्ध ट्वीट में बाबा साहेब आंबेडकर और जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी को याद किया, जिन्होंने भारत की एकता और अखंडता के लिए अपनी जिंदगियां समर्पित कर दी।
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मोदी ने ट्वीट किया कि लद्दाख के लोगों को विशेष बधाइयां। यह आनंद का विषय है कि केंद्र शासित प्रदेश घोषित किए जाने की उनकी लंबे समय की मांग पूरी हो गई है।