पढ़ें-
Navaratri 2020 Kalash Sthapana Muhurat : दुर्गा पूजा प्रारंभ करने घट स्थापना के सबसे शुभ मुहूर्त दुर्गा पंडाल में मां दुर्गा का नया स्वरूप दरअसल, इस साल पूरे देश में कोरोना वायरस का प्रकोप छाया रहा है। इस महामारी के कारण कई सारी पाबंदियां लगाई गई और संपूर्ण लॉकडाउन लगा है। लॉकडाउन के कारण काफी संख्या में प्रवासी मजदूरों ने पलायन किए। लाखों की संख्या में प्रवासी मजदूर शहरों से गांव की ओर अपने पूरे परिवार के साथ लौटे। इस दौरान गरीबी, भूखमरी का बेहद खौफनाक नजारा लोगों को देखने को मिला। इस मार्मिक दृश्य को कोलकाता के बेहला के बड़िशा क्लब ने इस साल थीम प्रतिमा को प्रस्तुत किया है। लॉकडाउन के दौरान कई प्रवासी मजदूर महिलाएं अपनी गोद में बच्चों को लेकर सड़कों पर चलते हुए नजर आईं। लिहाजा, बड़िशा क्लब मां दुर्गा की गोद में कार्तिकेय रूपी बच्चे को दिखाया है। इसे लेकर तैयारियां शुरू हो गई है और प्रतिमा को अंतिम रूप से दिया जा रहा है। क्लब के एक अधिकारी का कहना है कि दुर्गा को शक्ति का रूप का कहा जाता है। कोरोना काल में दुर्गा का यह रूप कई बार लोगों को देखने को मिला।
पढ़ें-
Jammu Kashmir: ना धमकी, ना ही गोलीबारी, सुरक्षाबलों ने कुछ इस अंदाज में कराया आतंकी को सरेंडर, देखें LIVE VIDEO लॉकडाउन के दौरान संघर्ष को प्रतिमा पर उकेरा अधिकारी का कहना है कि एक मां अपने बच्चों के लिए किस तरह और कहां तक संघर्ष करती है, हमलोग इसका रूप देख चुके हैं। लिहाजा, इस बार मां दुर्गा के इसी रूप को हमलोगों ने दिखाने का फैसला किया। बताया जा रहा है कि इस प्रतिमा को रिंटू पाल नामक शख्स ने तैयार किया है। जैसा आप तस्वीरों में देख सकते हैं कि मां दुर्गा का यह स्वरूप कितना भव्य लग रहा है।