जी हां, हम बात कर रहे हैं हरियाणा की। हरियाणा भर में होली के सॉलिड त्योहार के दिन लड़कियां और महिलाएं पुरुषों की बढ़िया तरीके से सेवा-पानी करती हैं। सेवा-पानी का मतलब वो नहीं है जो आप सोच रहे हैं। दरअसल हम बात कर रहे हैं हरियाणा के कोड़ेमार होली की, जिस दिन महिलाएं पुरुषों की बढ़िया तरीके से पिटाई वाली सेवा करती हैं। हालांकि हरियाणा के कुछ हिस्सों में ब्रज की होली मनाई जाती हैं, क्योंकि ये कुछ जगह मथुरा से आस-पास स्थित हैं।
बता दें कि हरियाणा के ज़्यादातर हिस्सों में महिलाएं होली वाले दिन गीले कपड़े को मरोड़ कर कोड़े बना लेती हैं, और इन्हीं कोड़ों से पुरुषों की धूंआधार पिटाई करती हैं। होली के पर्व पर महिलाओं की दबंगई पूरे उत्तर भारत में मशहूर है। इस दिन शेर बनने वाले मर्द भी इन महिलाओं से छिप कर घर में रहते हैं। दरअसल होली के दिन महिलाएं कपड़ों से बने कोड़े बनाकर बड़े-बड़े ग्रुप्स में घूमती हैं और पुरुषों की धुनाई करती हैं।
आपको जानकर हैरानी होगी कि कपड़े के इन कोड़ों में एक रस्सी भी बांधी जाती है, जिसके लगते ही शरीर पर नीले-हरे निशान बन जाते हैं। इन कोड़ों से उतना ही दर्द होता है, जितना असली कोड़ों से होता है। लेकिन इन महिलाओं का सामना करने वाले कई मर्द बाहर आ ही जाते हैं। जो उनके साथ होली खेलने के लिए इतनी ज़बरदस्त पिटाई सहन कर लेते हैं।