जेएनयू (
JNU ) के कुलपति ने कहा कि इस स्थिति की शुरुआत आंदोलन कर रहे छात्रों के हिंसक होने पर हुई, जिन्होंने बड़ी संख्या में आंदोलन से दूर रहे छात्रों की शैक्षणिक गतिविधियों को बाधित किया। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारी छात्रों ने शीतकालीन सेमेस्टर के पंजीकरण को बाधित करने के लिए विवि के संचार सर्वर को क्षतिग्रस्त कर दिया। उन्होंने हजारों छात्रों को पंजीकरण करने से रोक दिया। एम जगदीश कुमार ने कहा कि उनका उद्देश्य स्पष्ट रूप से विवि के संचालन को बाधित करना था। यह साफ तौर पर गुंडागर्दी है और विवि की संस्कृति के खिलाफ है। ऐसे किसी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा और उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कुमार ने कहा कि विवि अपने छात्रों की शैक्षणिक गतिविधियां पूरी कराने के लिए उनके साथ खड़ा है। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि उनका शीतकालीन रजिस्ट्रेशन (पंजीकरण) बिना किसी बाधा के हो जाए। उन्हें इस प्रक्रिया से डरने की जरूरत नहीं है। विवि की प्राथमिकता हमारे छात्रों के शैक्षणिक हितों की रक्षा करना है। उन्होंने कहा कि प्रशासन अपने छात्रों की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगा।
एस जदगीश कुमार ने कहा कि हमें वास्तविक छात्रों के हितों की रक्षा करने के लिए साथ खड़े होने की जरूरत है। विवि कुछ ऐसे आंदोलनकारियों के हाथों बंधक नहीं रहेगा, जिनके अंदर कानून का पालन करने वाले छात्रों के मौलिक अधिकारों के लिए कोई सम्मान नहीं है। गौरतलब है कि जेएनयू परिसर में रविवार शाम नकाबपोश लोगों (पुरुषों और महिलाओं) ने छात्राओं समेत कई छात्रों और शिक्षकों पर लाठी-डंडों और लोहे की छड़ से हमला किया था। इस हमले में 20 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।