आईजी ने बताया कि पुलिस स्टेशन के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे और घटनास्थल के पास लगे एक अन्य सीसीटीवी की फुटेज की हमने जांच की है। इस जांच में कई खुलासे हुए हैं। उन्होंने बताया कि फुटैज में हमलावर आतंकी साफ नजर आ रहे हैं। एक आतंकी स्थानीय है जिसका नाम आबिद है जबकि दूसरा पाकिस्तानी है।
डीजीपी दिलबाग सिंह के मुताबिक यह एक ‘हाइब्रिड ग्रुप’ की करतूत लगती है। डीजीपी के मुताबिक ये योजना बनाकर किया हुआ काम है। हमला बांदीपोरा पुलिस स्टेशन से नजदीकी को ध्यान में रखते हुए किया गया था।
आपको बता दें कि हाइब्रिड ग्रुप मॉड्यूल में, आतंकवादी गुट एक आतंकवादी समूह से दूसरे में जाते हैं। यही वजह है कि पहले इस हमले का शक जैश-ए-मोहम्मद पर भी गया था।
दरअसल इस मामले में ज्यादा सबूत जुटाने के लिए पुलिस सीसीटीवी फुटैज को स्कैन करने में जुटी है। इस फुटैज के आधार पर ही दोनों आतंकियों की तलाश भी शुरू कर दी गई है। इस फुटैज में एक गंजा आदमी दिखाई दे रहा है जो हमले से ठीक पहले दुकान से बाहर निकल जाता है।