लंबे वक्त के बाद जो लोग लॉकडाउन में फंसे हुए थे वो अब आसानी से अपने घरों की ओर जा सकेंगे। इसके साथ रेलवे ने काउंटर पर टिकट बुकिंग भी शुरू कर दी है। वहीं ऑनलाइन टिकट बुकिंग के जरिये लोगों ने 26 जून तक के लिए टिकटें बुक भी करवा ली हैं।
8 जून से शुरू होने जा रहे हैं धार्मिक स्थल, होटल और रेस्त्रां, जानें क्या रखना होगी सावधानी रेल मंत्री पीयूष गोयल ( Piyush goyal ) ने इन ट्रेनों को नियमों और कोरोना गाइडलाइन के मुताबिक चलाने की मंजूरी दी है। ऐसे में स्टेशनों से लेकर ट्रेनों तक हर जगह सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजिंग जैसे नियमों का सख्ती से पालन किया जा रहा है। इतना ही नहीं यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग भी हो रही है। जिन यात्रियों का तापमान अधिक पाया जा रहा है उन्हें स्टेशन में एंट्री की मंजूरी नहीं दी जा रही है।
करीब 26 लाख लोगों ने कराई बुकिंग
ट्रेनें शुरू किए जाने की खबर के साथ ही बड़ी संख्या में लोगों ने यात्रा के लिए ऑनलाइन टिकट की बुकिंग करवाई। 1 से 30 जून के बीच रविवार सुबह 09.00 बजे तक 25 लाख 82 हजार 671 यात्रियों ने टिकट की बुकिंग करवाई है। इन ट्रेनों के टिकटों की बुकिंग IRCTC की वेबसाइट या मोबाइल ऐप के जरिए ऑनलाइन की जा रही है।
मौसम को लेकर आई बड़ी खबर, देश के इन राज्यों में मानसून दे रहा है दस्तक रेलवे ने 22 मई 2020 से आरक्षण काउंटर, कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) और टिकट एजेंटों के माध्यम से आरक्षण टिकटों की बुकिंग की भी इजाजत दी है।
कोरोना और लॉकडाउन की वजह से अभी तक सिर्फ मालगाड़ी, श्रमिक ट्रेनें और 15 रूट्स पर 30 स्पेशल एसी ट्रेनें ही चलाई जा रही थीं। श्रमिक ट्रेनों का मकसद तो मजदूरों को घर पहुंचाना है लेकिन 12 मई से जो स्पेशल ट्रेनें चल रही हैं, उसका किराया राजधानी ट्रेनों के बराबर होने से ये आम लोगों के पहुंच से दूर थीं, अब जब भारतीय रेल ने एसी, नॉन-एसी क्लास और जनरल क्लास वाली 200 ट्रेनों को चलाने का फैसला किया है।
रेलवे की गाइडलाइन
रेलवे ने यात्रियों के लिए कुछ जरूरी दिशा निर्देश भी जारी किए हैं। इसके मुताबिक-
– यात्रियों को प्रस्थान से 90 मिनट पहले स्टेशन पर पहुंचना होगा
– जिन लोगों के पास कंफर्म/आरएसी टिकट होंगे केवल उन्हें ही स्टेशन के अंदर जाने और ट्रेनों में सवार होने की इजाजत
– यात्रियों को सफर के दौरान ट्रेनों में मास्क लगाना होगा।
– मोबाइल में आरोग्य सेतु एप रखना अनिवार्य है।
– यात्रियों को अनिवार्य रूप से मेडिकल जांच करानी होगी।
– केवल बिना लक्षण वाले यात्रियों को ही ट्रेनों में सवार होने की इजाजत होगी।
टीटीई के लिए गाइडलाइन
– टीटीई के लिए खत्म हुई टाई कोट पहनने की अनिवार्यता
– 167 साल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है
– टीटीई को आतिशी शीशा (मैग्निफाइंग ग्लास) दिया जाएगा ताकि वह दूर से ही टिकटों की जांच कर सकें
– शारीरिक संपर्क से बचना होगा।
– टीटीई कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उन्हें मास्क, फेस शील्ड, दस्ताने, सिर ढंकने का कवर, सेनिटाइजर, साबुन जैसी चीजें दी जाएंगी।