डीआरडीओ ने हासिल की बड़ी सफलता, बना दी वो मिसाइल जो पनडुब्बी या जहाज को फट से कर देगी तबाह वायु सेना प्रमुख ने कहा, “भारतीय वायुसेना दो मोर्चे वाले युद्ध सहित किसी भी संभावित संघर्ष के लिए तैयार है। हमारे पड़ोस और उससे आगे के उभरते हुए परिदृश्य में युद्ध के पूरे स्पेक्ट्रम में लड़ने के लिए एक मजबूत क्षमता होने की जरूरत है। मैं आपसे पूरे विश्वास के साथ यह साझा करना चाहता हूं कि हम सर्वश्रेष्ठ में से एक हैं।”
भदौरिया ने यह भी उल्लेख किया कि रफाल के आने से भारतीय वायुसेना को परिचालन और तकनीकी बढ़त मिल गई है जो उन्हें ‘पहले शूट करने और फिर गहरा और मजबूत हमला करने’ में सक्षम बनाएगी।
उन्होंने कहा, “रफाल का शामिल होना यानी हथियारों, सेंसर और प्रौद्योगिकियों से लैस एक मंच का आना है जो काफी आगे के होने के साथ हमें इस क्षेत्र में परिचालन और तकनीकी बढ़त देगा। हमारे मौजूदा लड़ाकू बेड़े की उन्नत परिचालन क्षमताओं के साथ संयुक्त होकर यह हमें पहले शूट करने और फिर गहरा और मजबूत हमला करने में सक्षम बनाता है, यहां तक कि हवाई युद्ध में भी। भारतीय वायुसेना तीनों सेवाओं के बीच एकीकरण और संचालन क्षमता बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रही है, जो हमारी युद्ध-क्षमता को बढ़ावा देगा।”
भारतीय वायु सेना और थल सेना ने चीन से जारी तनाव के बीच लिया बड़ा फैसला, कर दिया बड़ा काम चीन के साथ गतिरोध के दौरान लद्दाख में वायु सेना की तैनाती के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “हमने इस क्षेत्र तक पहुंचने के लिए आवश्यक सभी संबंधित परिचालन स्थानों पर सेना को तैनात कर दिया है। निश्चिंत रहें कि किसी भी आकस्मिक स्थिति को संभालने के लिए हमने दृढ़ता से तैनाती की है और मजबूती से काम कर रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “पूर्वोत्तर के लिए हमारी कार्य योजना वहां पर है। किसी भी परिदृश्य या संघर्ष की स्थिति के मौके प पूर्वोत्तर में हमारी क्षमता, वायु-क्षमता की क्षमता के मामले में बहुत मजबूत होगी।”