विपक्ष लगातार सरकार की वैक्सीनेशन नीति की आलोचना करते हुए राज्यों को फ्री में वैक्सीन देने की मांग करती आ रही थी। जिसके बाद बीते दिन सोमवार को पीएम मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में एक बड़ी घोषणा करते हुए राज्यों को मुफ्त में वैक्सीन देने की घोषणा की।
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अब सरकार ने राज्यों को फ्री में वैक्सीन उपलब्ध कराने को लेकर नीति में बदलाव किया है। नई नीति के तहत देश में बनने वाली वैक्सीन की खरीददारी केंद्र सरकार करेगी। इससे पहले तक राज्यों को 25 फीसदी वैक्सीन ओपन मार्केट से खरीदनी पड़ती थी।
नई नीति के अनुसार, 21 जून से 18 साल से अधिक आयु वर्ग के सभी लोगों को सरकार फ्री में वैक्सीन लगाएगी। हालांकि, प्राइवेट अस्पतालों में वैक्सीन लगवाने के लिए पहले की तरह ही आपको कीमत चुकानी पड़ेगी। ऐसे में अब आपको जानना बेहद जरूरी है कि फ्री वैक्सीन लेने के लिए आपको क्या करना पड़ेगा और कैसे लगवा सकते हैं? केंद्र सरकार के पास इसका क्या मास्टर प्लान है?
केंद्र सरकार ने वैक्सीनेशन नीति में किया अहम बदलाव
बता दें केंद्र सरकार ने वैक्सीनेशन नीति में अहम बदलाव किया है। नई वैक्सीनेशन नीति 21 जून से लागू होगा। इसके तहत..
– केंद्र सरकार कुल वैक्सीन उत्पादन का 75 फीसदी खरीदेगी और फिर राज्यों को उन प्राथमिकता के आधार पर वितरण करेगी।
– प्राथमिकता समूहों के अलावा 45 से अधिक आयु वर्ग के लोग और 18-44 आयु वर्ग के लोगों को फ्री में टीका लगाएगी।
– राज्य सरकारें खुद वैक्सीन नहीं खरीदेंगी, बल्कि केंद्र सरकार द्वारा भेजे गए वैक्सीन को ही लगाएंगे।
– प्राइवेट अस्पतालों में पहले की तरह व्यवस्था जारी रहेगी।
– राज्यों को ऐक्टिव केसलोड, वैक्सीनेशन की परफॉर्मेंस और बर्बादी के आधार पर डोज अलॉट की जाएंगी।
– यदि कोई राज्य 18-44 आयु वर्ग के समूहों में प्रॉयरिटी ग्रुप बनाना चाहें तो वे कर सकते हैं।
इससे पहले यह था नियम
– इससे पहले केंद्र सरकार और राज्य सरकारें वैक्सीन खरीदती थीं। केंद्र सरकार देश में बनने वाले टीकों की 50 फीसदी खुराक खरीदती थी।
-इसके बाद प्राथमिकता समूहों और 45 साल से ज्यादा उम्र वालों के टीकाकरण के लिए राज्यों को फ्री में अलॉट करती थी।
– राज्य सरकारों को 1 मई से 18-44 साल के आयुवर्ग को टीका लगाने के लिए वैक्सीन की 25 फसीदी डोज खरीदनी पड़ती थी।
– निजी अस्पतालों को केंद्र सरकार से बाकी की 25 फीसदी डोज के अलावा मैनुफैक्चरर्स से डील करने की छूट मिली थी। अधिकतम सर्विस चार्ज 150 रुपये प्रति डोज था।
सरकार ने क्यों बदली नीति और कितने में खरीद रही है वैक्सीन
बता दें केंद्र सरकार ने 1 मई से राज्यों को वैक्सीन खरीदने की छूट दी थी। लेकिन कई राज्यों ने ये शिकायत की कि वैक्सीन बनाने वाली कंपनियां सीधे राज्यों को वैक्सीन नहीं बेचना चाहती हैं। ऐसे में टीकाकरण अभियान प्रभावित हो रहा है। इसके बाद से विपक्ष के कई नेताओं और मुख्यमंत्रियों ने सरकार से मांग की कि केंद्र सरकार वैक्सीन खरीदे और राज्यों को आपूर्ति करे।
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इस पर केंद्र सरकार ने विचार करते हुए नई नीति में बदलाव किया है। केंद्र सरकार अभी भारत बायोटेक और सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (SII) से वैक्सीन खरीदने को लेकर समझौता की है। ये दोनों कंपनियां केंद्र सरकार को 150 रुपये प्रति डोज वैक्सीन दे रही हैं। भारत बायोटेक कोवैक्सीन (Covaxin) और एसआईआई कोवीशिल्ड (Covishield) का उत्पादन कर रही हैं।
राज्यों को मिलेगी वैक्सीन की पूरी जानकारी
केंद्र सरकार ने स्पष्ट कहा है कि किस राज्य को किस महीने में कितनी वैक्सीन मिलेगी उसे पहले इसकी जानकारी दे दी जाएगी। सरकार ने दावा किया है कि दिसंबर 2021 तक राज्यों को 133.6 करोड़ डोज उपलब्ध कराई जाएगी। इससे पहले सरकार कई बार ये दोहरा चुकी है कि हम 2021 के अंत तक करी-करीब सभी लोगों को टीका लगा देंगे।
21 जून से फ्रीम में कहां मिलेगी वैक्सीन?
अब आपको ये जानना बहुत जरूरी है कि 21 जून से फ्री में मिलने वाला वैक्सीन कहां मिलेगा। 21 जून से 18+ को लगने वाला वैक्सीन सभी सरकारी और प्राइवेट कोविड-19 टीकाकरण केंद्रों पर उपलब्ध होगी। हालांकि, सिर्फ सरकारी सेंटर पर ही फ्रीम में आपको वैक्सीन मिलेगी। प्राइवेट अस्पतालों में आपको पहले की तरह कीमत चुकानी पड़ेगी।
नई नीति में भी वैक्सीन लेने के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं किया गया है। आप पहले की तरह CoWIN पर रजिस्ट्रेशन के बाद स्लॉट बुक कर सकते हैं। हालांकि, नजदीकी सेंटर पर यदि स्लॉट उपलब्ध नहीं है तो आप सीधे वहां जाकर भी वैक्सीन लगवा सकते हैं। पिछले दिनों केंद्र सरकार ने 18+ से ऊपर सभी लोगों को वॉक-इन रजिस्ट्रेशन की छूट दे दी थी।
प्राइवेट अस्पतालों में कितना लगेगा चार्ज?
निजी अस्पतालों में वैक्सीन लगवाने के लिए आपको अलग-अलग वैक्सीन की अलग-अलग कीमत चुकानी पड़ेगी। यदि आप कोविशील्ड टीका लगवाते हैं तो अधिकतम 750 रुपये और कोवैक्सीन टीका लगवाते हैं तो अधिकतम 1,350 रुपये खर्च करने पड़ेंगे।
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चूंकि प्राइवेट अस्पतालों को कोवैक्सीन की एक डोज 1,200 रुपये में, जबकि कोविशील्ड के लिए 600 रुपये प्रति डोज मिलती है। इसके अलावा केंद्र सरकार वैक्सीन पर अधिकतम सर्विस चार्ज 150 रुपये वसूलती है।
किसे वैक्सीन पहले लगेगी 18+ या 45+
सरकार पहले से ही प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण कर रही है। यानि पहले अधिक आयुवर्ग के लोगों को टीका लगाया जा रहा है। हालांकि, अब राज्यों को ये अधिकार दिया गया है कि वे अपनी सहुलियत के हिसाब से टीकाकरण करें।