Coronavirus के खिलाफ लड़ाई में रिकॉर्ड सफलता, 62.28 हजार के साथ एक दिन की सर्वाधिक रिकवरी
देश में कोरोना वायरस के एक्टिव केस ( Coronavirus Active Case ) और रिकवरी में अंतर बढ़कर 14.66 लाख पर पहुंचा।
कोरोना वायरस ( covid-19 updates ) के कुल केस ( Coronavirus Cases in India ) की संख्या 29.05 लाख और एक्टिव केस 6.92 लाख पर।
रिकवरी रेट ( corona patients recovery rate ) बढ़कर 74.28, मृत्यु दर घटकर 1.89 फीसदी और मौत का आंकड़ा ( Coronavirus Deaths ) 54,849 पर।
Highest-ever single day 62282 Coronavirus recoveries in India
नई दिल्ली। कोरोना वायरस ( covid-19 updates ) के खिलाफ लड़ाई में भारत लगातार तेजी से सफलता की ओर कदम बढ़ा रहा है। शुक्रवार को देश में अब तक के एक दिन में सर्वाधिक रिकवरी के मामले सामने आए और रिकवरी रेट ( corona patients recovery rate ) भी ऐतिहासिक रूप से ऊपर बढ़कर 74.28 फीसदी पहुंच गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ( Ministry of Health and Family Welfare ) द्वारा शुक्रवार को दी गई जानकारी के मुताबिक बीते 24 घंटों के भीतर देश में कोरोना वायरस के 62,282 मरीजों की रिकवरी हुई है।
National Recruitment Agency से कैसे मिलेगी सरकारी नौकरी, जानिए पूरी प्रक्रिया केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी एक बयान के मुताबिक, “देश में अब तक कोरोना वायरस की कुल 21,58,946 रिकवरी के साथ, रिकवरी रेट अब 74.28 फीसदी पहुंच गया है। अब कोरोना वायरस से ठीक होने वाले मरीजों (रिकवर्ड केस) और एक्टिव केस में अंतर बढ़कर आज 14,66,918 पहुंच गया है। देश में ठीक होने वाले मरीजों की दर लगातार तेजी से बढ़ने के साथ एक्टिव केस की दर घटती जा रही है।”
मंत्रालय ने आगे बताया फिलहाल देश में एक्टिव केस ( Coronavirus Active Case ) का आंकड़ा 6,92,028 है, जो अब तक देश में आए कुल कोरोना वायरस के केस का महज 23.82 फीसदी ही रह गया है। बीते 24 घंटों के भीतर देश में 8,05,985 कोरोना सैंपल की जांच की गई है। इसके चलते देश में अब तक कोरोना वायरस सैंपल की जांच का कुल आंकड़ा बढ़कर 3,34,67,237 पहुंच गया है।
मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया, “भारत में कोरोना वायरस का केस फैटलिटी रेट (CFR) यानी मृत्यु दर घटकर 1.89 प्रतिशत पहुंच गई है। इसकी वजह अस्पतालों में बेहतर और प्रभावी नैदानिक इलाज, नॉन-इनवेसिव ऑक्सीजन सपोर्ट के इस्तेमाल और नई दिल्ली में एम्स के टेलीफोनिक सत्र के माध्यम से सक्रिय तकनीकी मार्गदर्शन द्वारा COVID-19 रोगियों का इलाज करने वाले डॉक्टरों के नैदानिक कौशल के उन्नयन पर तीव्र ध्यान केंद्रित करना है।”