आपको बता दें कि देश में लागू लॉकडाउन (Lockdown 3.0) की वजह से हजारों-लाखों मजूदर अन्य राज्यों में फंसे हैं।
ऐसे में लंबे समय से घर न जाने की वजह से इनमें आक्रोश बढ़ता जा रहा है। यही वजह है कि ये पुलिस के साथ इन मजदूरों के टकराव की खबरे रह-रह कर सामने आ रही हैं।
भीड़ की शक्ल में इकठ्ठा होने वाले ये मजदूर सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन के नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं।
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दरअसल, प्रवासी मजदूरों ने यह प्रदर्शन सूरत के हजीरा इंडस्ट्रियल इलाके में किया। जानकारी के अनुसार प्रदर्शनकारी मजदूर उनको गृह राज्य ले जाने वाली ट्रेनों की संख्या बढ़ाने की मांग कर रहे थे।
इन मजदूरों में उत्तर प्रदेश और झारखंड समेत कई राज्यों के लोग शामिल बताए जा रहे हैं। सूरत जॉइंट कमिश्नर डीएन पटेल ने जानकारी देते हुए बताया कि यह घटना सुबह 8 बजे के आसपास की है।
लगभग एक हजार मजदूर अचानक सड़कों पर उतर आए और प्रदर्शन करने लगे।
ये मजदूर घर जाने की मांग पर अड़े थे। ऐसे में पुलिस ने सख्ती का इस्तेमाल कर 50 से 60 लोगों को हिरासत में ले लिया।
आपको बता दें कि दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों के टकराव की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। इससे पहले सूरत में ही मजदूरों ने जमकर हंगामा काटा था।
उस समय भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा था। यहां तक कि पुलिस ने भीड़ को तितर—बितर करने के लिए आसु गैस के गोले भी दागे थे।