यही वजह है कि सरकार लगातार कोरोना को लेकर सख्त कदम उठा रही है। वहीं लोगों को भी सभी नियमों के सख्ती से पालन की हिदायत दे रही है। इस बीच मराठवाड़ा में आने वाले बीड जिले से अलग खबर सामने आई है। यहां एक दूल्हे ने अपनी शादी पर कोरोना के डर के चलते घोड़ी की बजाय ऊंट पर बारात निकाली।
कोरोना काल में 497 दिन बाद विदेश यात्रा करेंगे पीएम मोदी, जानिए किस देश के दौरे पर जाएंगे कोरोना के चलते लिया अनोखा फैसलामहाराष्ट्र में बढ़ रहे कोरोना के खतरे के बीच एक दूल्हे ने अपनी शादी में अनोखा फैसला लिया। वायरस का खतरा कम से कम रहे इसलिए लगातार दूरी बनाए रखने को कहा जा रहा है। ऐसे में दूल्हे ने अपनी बारात घोड़ी की बजाय ऊंट पर निकालने का फैसला लिया।
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर आने का डर सभी में हैं। महाराष्ट्र का बीड जिला भी इस डर से अछूता नहीं है।
बीड के सालेगांव में पूर्व सैनिक महादेव सखाराम वरपे रहते हैं। उनके बेटे अक्षय वरपे की शादी बीड जिले की ही रहने वाली ऐश्वर्या रणदिवे के साथ हाल में संपन्न हुई।
खास बात यह है कि अब तक सालेगांव में कोरोना का एक भी पॉजिटिव केस नहीं है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो यहां के लोग काफी जागरूक हैं, जिसके चलते यहां खतरा काफी कम है।
ऐसे में शादी में बाहर से आए किसी मेहमान की वजह से कोरोना संक्रमण न फैल जाए, इसी बात को ध्यान में रखते हुए अक्षय और उसके पिता ने विशेष सतर्कता बरतने का फैसला किया।
शम्मी कपूर के इस गाने पर थिरकने लगे ये दिग्गज नेता, जानिए क्या है पीछे की वजह सरकारी नियमों का भी रखा ध्यानअक्षय और उनके पिता ने शादी में महाराष्ट्र सरकार के नियमों के मुताबिक कुल मेहमानों की संख्या 50 से नीचे रखी।
अक्षय ने एक और फैसला किया कि बारात में घोड़ी की जगह ऊंट पर बैठने से ऊंचाई की वजह से कोरोना संक्रमण का खतरा कम रहेगा। ऊंट के इंतजाम पर ही उन्हें 12,000 रुपए खर्च करना पड़ा।
बारातियों ने भी रखी दो गज की दूरी
सादगी से निकाली गई बारात में बाराती भी काफी सतर्क नजर आए। जहां तक मुमकिन था, आपस में दो गज की दूरी बना कर रखी। वधू पक्ष ने भी कोरोना सुरक्षा नियमों के हिसाब से ही इंतजाम किए। मंदिर में दर्शन करने के लिए जाते वक्त अक्षय अपनी दुल्हन ऐश्वर्या को बाहों में लेकर सीढ़ियां चढ़ा।
हालांकि दुल्हन की विदाई कार में हुई, लेकिन कार को ड्राइवर की जगह अक्षय खुद ही ड्राइव करके दुल्हन को अपने घर ले कर गया। बहरहाल, ये शादी पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है।