Indian Army में महिला अधिकारियों के लिए Permanent Commission शुरू, Modi Government की मंजूरी
West Bengal Assembly Election 2021 की तैयारी में जुटी Mamata Banerjee, TMC में किया बड़ा फेरबदल
आपको बता दें कि पिछले 52 सालों से संसद भवन के परिसर में रेलवे सांसदों, संसद में काम करने वाले कर्मचारियों, पत्रकारों और बाहर से आने वाले विजिटर्स को खाना उपलब्ध कराना है। अनुमान है कि रेलवे के तकरीबन 300 कर्मचारी इस कैंटीन में जुटे हुए था। आपको बता दें कि संसद की कैंटीन कई मायनों में काफी चर्चित है। यहां पर माननियों को स्वादिष्ट खाना सब्सिडी की वजह से काफी संस्ते रेट में मिलता है। सूत्रों की मानें तो सरकार संसद की इस कैंटीन को हर साल 17 से 18 करोड़ रुपए सब्सिडी के रूप में देती है।
Corona Crisis के बीच Indian Railway का बड़ा कदम, 100 Trains हो सकती हैं बंद, कई की Timing में बदलाव
इसमें से लगभग 12 करोड़ रुपए तो कैंटीन मेंकाम करने वाले कर्मचारियों को वेतन के रूप में दिए जाते थे। इससे पहले बिजनेस एडवाइजरी कमेटी ने संसद की कैंटीन की सब्सिडी खत्म करने की मंजूरी दी थी। जबकि मोदी सरकार 1.0 के कार्यकाल में इस कैंटीन की सब्सिडी को घटा दिया गया था।