कोरोना से लड़ने के लिए DRDO ने किया बड़ा कारनामा, बनाई ऐसी अनोखी मशीन कि बिना छुए हाथ करें सैनेटाइज हेल्थ सेक्टर में बड़ा बदलाव करते हुए वित्त मंत्री ने घोषणा कि पब्लिक हेल्थ के निवेश में इजाफा किया जाएगा। देश भर में चिकित्सा क्षेत्र को ऐसी क्षमता में तैयार किया जाएगा जिससे आपातकाल में भी इससे लड़ने को देश तैयार रहे।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार को मीडिया को संबोधित करते हुए ऐलान किया कि देश के सभी जिलों में एक संक्रमण रोग ब्लॉक बनाया जाएगा। इसके अलावा ग्रामीण इलाकों में हर ब्लॉक लेवल पर पब्लिक हेल्थ लैब का निर्माण किया जाएगा। देश भर में मेडिकल सेक्टर के लैबोरेटरी नेटवर्क को और मजबूत किया जाएगा जबकि हेल्थ और वेलनेस सेंटर्स को भी बढ़ावा दिया जाएगा।
भारतीय वैज्ञानिकों की बड़ी कामयाबी, 500 रुपये में तुरंत रिपोर्ट देने वाली COVID-19 टेस्ट किट तैयार ग्राणीण इलाकों में बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं के साथ ही महामारी के हालात में भी लड़ने की क्षमता रखने वाला इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जाएगा। स्वास्थ्य क्षेत्र में सरकारी खर्च में बढ़ोतरी की जाएगी और ग्रामीण स्तर पर इसे बढ़ाया जाएगा।
सीतारमण ने बताया कि फिलहाल कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग को 15 हजार करोड़ रुपये, जबकि टेस्टिंग और लैब किट के लिए 550 करोड़ दिए गए हैं। वहीं, कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अग्रिम पंक्ति पर तैनात स्वास्थ्य कर्मियों की सेहत का ध्यान रखते हुए 50 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा कवर दिया गया है।
इतना ही नहीं यह भी सुनिश्चित किया गया है कि टेलीमेडिसिन का इस्तेमाल किया जाए। जबकि महामारी रोग अधिनियम में स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा के लिए संशोधन किया गया है और कोरोना वायरस के खिलाफ गतिविधियों के लिए राज्यों को स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा 4113 करोड़ रुपये दिए गए हैं।
प्रवासियों को Quarentine Centres में दी जा रही Health Workers की ट्रेनिंग इसके साथ ही अनुसंधान को प्रोत्साहित करने के लिए ICMR द्वारा ‘एक स्वास्थ्य’ के लिए नेशनल इंस्टीट्यूशनल मंच तैयार करना भी शामिल है।