1. फिटनेस की ओर कदम बढ़ाएं पीएम मोदी ने कहा कि तमाम देशों में फिटनेस को लेकर बड़े-बड़े अभियान चलाए जा रहे हैं। कुछ देशों ने तो फिटनेस को लेकर अपने लक्ष्य भी तय कर लिए हैं। नए भारत के नागरिकों को भी चाहिए कि वे भी फिटनेस की ओर अपने कदम बढ़ाएं।
2. लाइफस्टाइल बन रही बीमारी पीएम मोदी ने बीमारियों के बारे में कहा कि लाइफस्टाइल डिसऑर्डर की वजह से लाइफस्टाइल बीमारी हो रही हैं। लाइफस्टाइल डिसऑर्डर को हम अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव लाकर ठीक कर सकते हैं। कई ऐसी बीमारियां हैं जिन्हें अपनी लाइफस्टाइल में छोटे बदलाव करके दूर कर सकते हैं। इन बदलावों के लिए देश को प्रेरित करने का नाम ही फिट इंडिया मूवमेंट है।
3. युवाओं की बीमारी चिंताजनक पीएम ने चिंता जताई कि आज भारत में डायबीटीज, हाइपरटेंशन जैसी अनेक लाइफस्टाइल डिजीज बढ़ती जा रही हैं। अपने आसपास देखिए, तो आपको ढेरों लोग इन बीमारियों से पीड़ित मिल जाएंगे। पहले हम सुनते थे कि 50 से 60 की उम्र के बाद हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है, अब 35 से 40 साल के युवाओं को हार्ट अटैक आ रहा है।
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि आज लाइफस्टाइल में गड़बड़ी के चलते समय से पहले लोगों की मौत हो रही हैं। पहले 60 साल से ज्यादा की आयु के लोगों को हार्ट अटैक आने की खबरें मिलती थीं, लेकिन अब 30 साल के लोगों को भी हार्ट अटैक आ जाता है।
4. बॉडी फिट है तो माइंड हिट पीएम मोदी ने कहा कि फिट इंडिया मूवमेंट को भले ही सरकार ने शुरू किया है, लेकिन इसका नेतृत्व आप सभी देशवासियों को ही करना है। देश की जनता ही इस अभियान को आगे बढ़ाएगी और सफलता की बुलंदी पर पहुंचाएगी। पीएम मोदी ने कहा कि वह अपने निजी अनुभवों से कह सकते हैं कि इसमें इन्वेस्टमेंट जीरो है, लेकिन रिटर्न्स असीमित हैं।
5. फिटनेस की यात्रा पीएम मोदी की मानें तो जब लोग फिटनेस के सफर पर निकलते हैं तो अपने शरीर को बेहतर ढंग से समझना शुरू करते हैं। पीएम ने कहा कि उन्होंने कई ऐसे लोगों को देखा है जिन्होंने ऐसे ही अपनी बॉडी की शक्ति को जाना, पहचाना है। इससे उनका आत्मविश्वास भी बढ़ा और एक बेहतर व्यक्तित्व के निर्माण में उन्हें मदद मिली।
5. खिलाड़ियों को बधाई पीएम मोदी ने देश के खिलाड़ियों का आभार भी जताया। उन्होंने कहा कि आज का दिन हमारे उन युवा खिलाड़ियों को बधाई देने का भी है, जो लगातार दुनिया के मंच पर तिरंगे की शान को नई बुलंदी पर पहुंचा रहे हैं। बैडमिंटन-टेनिस-एथलेटिक्स हो या बॉक्सिंग-कुश्ती और दूसरे खेल, हमारे खिलाड़ी हमारी उम्मीदों और आकांक्षाओं को नए पंख लगा रहे हैं। खिलाड़ियों के मेडल नए भारत का आत्मविश्वास हैं। इससे नई पीढ़ी को प्रेरणा मिलती है।
6. टेक्नोलॉजी का जिक्र पीएम मोदी ने वियरेबल डिवाइसेज और मोबाइल ऐप्स के बारे में कहा कि अब स्थिति क्या हो गई है। टेक्नोलॉजी ने लोगों की यह हालत कर दी है कि वह चलते कम हैं, और वही टेक्नोलॉजी गिन-गिन के उन्हें बताती है कि आज आप इतने स्टेप्स (कदम) चले। या फिर अभी 5 हजार स्टेप्स नहीं हुए, 2 हजार स्टेप्स नहीं हुए और अभी और चलिए। पहले लोग 8-10 किलोमीटर पैदल चल लेते थे, लेकिन अब टेक्नोलॉजी ने ऐसा जकड़ा है कि हमें टेक्नोलॉजी से पता चलता है कि हमने कितने स्टेप चला।
7. डाइटिंग पर जागरूकता पीएम मोदी ने लोगों की डाइटिंग करने और खुद को खाने से रोक न पाने के हालात का जिक्र करते हुए मजा भी लिया। उन्होंने कहा कि आलम यह है कि आजकल लोग जरूरत से ज्यादा खाने के बाद डाइनिंग टेबल पर बैठकर डाइटिंग पर चर्चा करते हैं।
8. स्वास्थ्य नहीं स्वार्थ पीएम ने लोगों में आते बदलाव के बारे में कहा कि पहले स्वास्थ्य से सभी काम पूरे होते थे। अब स्वार्थ से सारे काम पूरे होने लगे हैं। जमाना बदल गया है।
9. खेल और फिटनेस पीएम मोदी के मुताबिक खेल का सीधा संबंध फिटनेस से है। फिटनेस सिर्फ एक शब्द नहीं है बल्कि यह स्वस्थ जीवन की एक जरूरी शर्त है। 10. सफलता और फिटनेस का रिश्ता
पीएम मोदी ने सक्सेज मंत्रा देते हुए बताया कि सफलता और फिटनेस का रिश्ता भी एक दूसरे से जुड़ा है। आज आप कोई भी क्षेत्र लीजिए। अपने आइकंस को देखिए। उनकी सक्सेज स्टोरी को देखिए। चाहे वो स्पोर्ट में हों, फिल्मों में हों या बिजनेस में हों, इनमें से अधिकतर फिट हैं।