दरअसल हेमा मालिनी के आंदोलनकारी किसानों को गुमराह कहने पर किसान संगठनों ने नाराजगी जताई है। किसानों ने कहा है कि अगर बीजेपी नेता को लगता है कि किसान कृषि कानूनों को समझ नहीं पा रहे हैं और उनका आंदोलन गलत है तो वो हमें इन कानूनों को समझा दें।
वेब सीरीज तांडव के विरोध में बीजेपी ने उठाया बड़ा कदम, शुरू किया इतना बड़ा आंदोलन कंडी किसान संघर्ष कमेटी (KKSC) ने हेमा मालिनी को पंजाब आने का न्योता दिया है। कंडी किसान संघर्ष कमेटी ने कहा, हेमा मालिनी कहती हैं कि किसानों को नए कानूनों के फायदे नहीं मालूम हैं इसलिए वो प्रदर्शन कर रहे हैं।
हो सकता है कि हेमा मालिनी सही हों। ऐसे में हम चाहते हैं कि वो पंजाब आकर किसानों से बात करें।
किसान नेता ने कहा कि हम चाहते हैं हेमा मालिन यहां आकर किसानों को नए कानूनों के फायदे समझाकर उन्हें अपने-अपने घर भेज दें।
5 स्टार होटल में रुकें मालिनी
किसान संगठन ने कहा कि हेमा मालिनी आकर आराम से फाइव स्टार होटल में रुकें और किसानों को समझाएं। एक हफ्ते उनके फाइव स्टार होटल में रुकने और आने-जाने का सारा खर्च किसान संघर्ष कमेटी उठाएगी।
कोरोना वैक्सीनेशन के दूसरे दिन सुस्त पड़ी रफ्तार, जानिए क्यों सिर्फ 17 हजार लोगों ने ही लगवाए टीके हेमा मालिनी ने ये कहा था हेमा मालिनी ने देश में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर कहा है कि आंदोलनकारी किसान जानते ही नहीं हैं कि कृषि कानून में क्या समस्या है और ना ही उनको यह पता है कि वो क्या चाहत हैं।
उनसे ऐसा करने के लिए कहा जा रहा है और वो कर रहे हैं। वो इन कानूनों के फायदे जानते तो ऐसा ना करते। आपको बता दें कि हेमा मालिनी पहली ऐसी नेता नहीं है जिन्होंने ऐसा बयान दिया है। इससे पहले भी कई बीजेपी नेता इस तरह के बयान दे चुके हैं। कुछ भाजपा नेता तो आंदोलन के पीछे चीन और पाकिस्तान का हाथ होने तक की बात कह चुके हैं।