इस खतरनाक बीमारी से बचने के लिए लोगों ने एहतियात के रूप में नॉनवेज से दूरी बना ली है, नजीतन बाजार में चिकन के दाम सब्जियों से भी कम हो गए हैं।
जिससे मीट कारोबार ( Meat business ) से जुड़े लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। आलम यह है कि मीट विक्रेताओं को अब जिंदा मुर्गे इधर-उधर फेंकने पड़ रहे हैं।
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ऐसा ही एक मामला झारखंड के रामगढ़ से सामने आया है। यहां दुकानदारों ने सैकड़ों की तदाद में जिंदा मुर्गों को जंगल में फेंक दिया।
इसकी सूचना लगते ही आसपास के लोग जंगल जा पहुंचे और उनके मुर्गों को लूटने की होड़ मच गई। दरअसल, ये घटना रामगढ़ और हजारीबाग से सटे बड़कागांव इलाके की है।
यहा? कोरोना वायरस ?? के डर की वजह से दुकानदारों ने जिंदा मुर्गों को जंगल में फेंक दिया।
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वहीं, दूसरी ओर बिहार के अरवल जिले में एक पॉल्ट्री फॉर्म संचालक ने अपने 5000 मुर्गों को निकाल कर बाहर फेंक दिया।
जानकारी के अनुसार सदर प्रखंड के खोखड़ी गांव के पॉल्ट्री फार्म मालिक जितेंद्र सिंह ने मुर्गियों को आम लोगों के बीच फेंक दिया।
जितेंद्र मुर्गों को छत पर ले गया और एक-एक कर नीचे फेंकने लगा। खबर लगते ही सैंकड़ों की तदाद में लोग मौके पर इकठ्ठा हो गए और मुर्गों को पकड़ कर अपने घर ले गए।
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आपको बता दें कि देश के कई इलाकों में बर्ड फ्लू ( Bird Flu ) व स्वाइन फ्लू ( Swine Flu ) की रोकथाम के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं।
यह मौसम में बदलाव और एक नमूने की जांच में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद किया गया है। दरअसल, पटना समेत बिहार के कई इलाकों में कौओं और सुअरों की अचानक मौत के बाद हड़कंप मच गया था, जिसके बाद उनके नमूने जांच के लिए कोलकाता भेजे गए थे।
इस बीच पटना के लोहियानगर मोहल्ले में 15 फरवरी को कौवे की मौत के बीच बर्ड फ्लू की की पुष्टि हुई थी।