केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने मंगलवार को इस संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भारतीय रेलवे ने 2,500 डिब्बों में 40,000 आइसोलेशन बेड तैयार कर लिए हैं। रेलवे प्रतिदिन 375 आइसोलेशन बेड बना रहा हैं और यह काम देश भर में 133 स्थानों पर चल रहा है।
BIG NEWS: आज कैबिनेट बैठक में पीएम मोदी ने की लॉकडाउन के खत्म होने पर चर्चा, 14 अप्रैल को होना है खत्म इससे पहले बीते मंगलवार भारतीय रेलवे ने कहा था कि वह अपने 20,000 पैंसेजर ट्रेन कोचों को क्वारंटाइन केंद्रों में तब्दील करेगी, ताकि बुरी स्थिति में 3.2 लाख से ज्यादा बेडों की व्यवस्था की जा सके। नेशनल ट्रांसपोर्टर ने कहा, “भारतीय रेलवे द्वारा निर्णय लिया गया है कि देश में क्वारंटाइन सुविधाओं को बढ़ाने के लिए 20,000 कोचों को क्वारंटाइन या आइसोलेशन कोच में बदला जाएगा।”
मंत्रालय ने कहा कि कोच को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील करने के लिए सशस्त्र बल मेडिकल सेवा, कई जोन के मेडिकल विभाग, आयुष्मान भारत, स्वास्थ्य मंत्रालय से परामर्श लिया गया। मंत्रालय के बयान के अनुसार, “इन मॉडिफाइड 20,000 कोचों में 3.2 लाख संभावित बेड की व्यवस्था की जा सकती है।”
बयान के अनुसार, 5000 कोचों को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील करने का काम पहले ही शुरू किया जा चुका है। भारतीय रेलवे के मुताबिक, इन 5000 कोचों में 80,000 बेडों तक की क्षमता है और एक कोच में आइसोलेशन के लिए 16 बेड हैं।
Good News: भारतीय वैज्ञानिकों को मिली बड़ी कामयाबी, बना दी झट से COVID-19 वायरस को ठोकने वाली मशीन गौरतलब है कि मंगलवार शाम को इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) ने बड़ी घोषणा करते हुए इसके द्वारा संचालित ट्रेनों की बुकिंग आगामी 30 अप्रैल तक रद्द कर दीं। IRCTC के प्रवक्ता ने मंगलवार शाम को बताया कि इसके द्वारा चलाई जाने वाली ट्रेनों की बुकिंग आगामी 30 अप्रैल तक स्थगित करने का फैसला किया है।
उन्होंने आगे जानकारी दी कि फिलहाल IRCTC अब तक तीन ट्रेनें चलाती है। इनमें 2 तेजस ट्रेनें और 1 काशी महाकाल एक्सप्रेस ट्रेन शामिल है।