दरअसल इन 13 राज्यों के 46 जिलों में कोरोना वायरस का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। इतना ही नहीं इन सभी जिलों में कोरोना के सक्रिय केस काफी ज्यादा हैं। यही वजह है कि स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ केंद्र सरकार ( Central Govt ) की भी चिंताएं बढ़ गई हैं। आपको बात दें कि देशभर में अब तक कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 2 लाख 90 हजार के पार पहुंच चुकी है।
इसरो पर भी पड़ा कोरोना का साया, चंद्रयान-3 और गगनयान समेत 2020 में लॉन्च होने वाले कई प्रोजेक्ट अटके देश में अपनी आमद दर्ज कराने के बाद से ही कोरोना वायरस लगातार फैलता जा रहा है। करीब तीन महीने बाद एक सुकून की खबर जरूर सामने आई थी कि अब सक्रिय मरीजों की तुलना में ठीक होने वाले लोगों की आंकड़ा अधिक है। लेकिन इसके ठीक बाद सरकार के सामने एक और बड़ी चिंता सिर उठाकर खड़ी हो गई और वो चिंता है देश में 46 जिले ऐसे हैं जहां कोविड-19 के टेस्ट पर सक्रिय मामलों की दर 10 फीसदी है जो राष्ट्रीय दर 5.70 फीसदी से काफी ज्यादा है।
कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की ओर से आयोजित एक बैठक में इन जिलों की पहचान भी कर ली गई है। बैठक में लॉकडाउन में छूट देने के बाद से लेकर नौ जून तक कोरोना मामलों की स्थिति कितनी बदली, इस पर विस्तार से रिपोर्ट पर चर्चा हुई।
गौबा के मुताबिक कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र है और महाराष्ट्र के 12 जिले इस समय चिंता का विषय बने हुए हैं। इनमें मुंबई, पुणे, ठाणे, पालघर, औरंगाबाद, रायगढ़, सोलापुर, नासिक, अकोला, ओसमानबाद, गोंडिया और जालगांव शामिल हैं।
वहीं राजधानी दिल्ली की बात करें तो यहां 11 में से नौ जिले बुरी तरह प्रभावित हैं। इनमें उत्तर-पश्चिमी दिल्ली, केंद्रीय, दक्षिण-पू्र्वीय दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली, उत्तरी दिल्ली, शाहदरा, दक्षिण पश्चिमी दिल्ली और उत्तर-पूर्व दिल्ली शामिल हैं।
इसके साथ ही दक्षिण राज्यों में तेलंगाना में सबसे ज्यादा चार जिले हैदराबाद, मेडचल मल्काजगिरी, रंगारेड्डी और सूर्यापेट सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। वहीं तमिलनाडु में भी चार जिलों ने चिंता बढ़ा रखी है। इनमें चेन्नई, चेंगलपट्टू. थीरूवल्लर और अरियालुर में कोरोना के संक्रमित मामले सबसे ज्यादा हैं।
तेजी से बदल रही है मौसम की चाल, देश के कई राज्यों में अगले कुछ घंटों में होगी झमाझम बारिश बिहार में भी चार जिले हैं जो चिंता का कारण बने हुए हैं। इनमें खगड़िया, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी और मुजफ्फरपुर शामिल है।
मध्यप्रदेश का खरगोन, बुरहानपुर और नीमच ऐसे जिले हैं जहां सक्रिय केस ज्यादा हैं। उत्तर प्रदेश में चित्रकूट और फिरोजाबाद असम में होजाई और दीमा हस्सो, गुजरात में अहमदाबाद और बड़ोदरा
त्रिपुरा में सेपाहिजला उत्तराखंड में टिहरी पश्चिम बंगाल में हावड़ा राजस्थान में पाली सबसे ज्यादा प्रभावित जिले हैं। गौबा के मुताबिक कोरोना के दोगुनी दर 14.1 दिनों से बढ़कर 16.9 हो गई है, लेकिन राष्ट्रीय मृत्युदर तीन फीसदी ही है। कैबिनेट सचिव ने बताया कि नए जिलों में कोरोना के मामले उतने तेजी से नहीं बढ़ रहे हैं और वहां स्थिति नियंत्रण में है। इसके अलावा कुछ जिले ऐसे भी हैं जहां कोविड-19 के मामलों में गिरावट आई है, जिसका मतलब यह है कि इन जिलों में लॉकडाउन का फायदा मिला है।