एंड्रयू जे पोलार्ड से जब चीन और अमरीका से मिलने वाली प्रतिस्पर्धा के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हम इसे एक सामूहिक प्रयास के रूप में देखते हैं। उन्होंने कहा कि हम अपने दूसरे देशों में कोरोना प शोध कर रहे लोगों को अपना अनुभव शेयर करते हैं। पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना वैक्सीन का उत्पादन बड़े पैमाने पर होने जा रहा है। जबकि इस हफ्ते वैक्सीन के निर्माण की अनुमति भी मिल जाएगी। भारत में इस वैक्सीन का प्रोडक्शन करने जा रहे पूनावाला ने बताया कि दिसंबर तक कोरोना वैक्सीन Covishield की 300-400 मिलियन डोज बनकर तैयार हो जाएंगी।
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पूनावाला ने कहा कि क्योंकि इस समय पूरा विश्व ही कोरोना वायरस के चपेट में आ चुका है, इसलिए वैक्सीन के कीमत भी आम आदमी की रीच में ही रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि शुरुआती दौर में इस पर मुनाफा नहीं कमाया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत में कोरोना वैक्सीन की कीमत एक हजार रुपए के आसपास रखी जाएगी। पूनावाला ने कहा कि चूंकि पूरी दुनिया ही कोरोना महामारी से जूझ रही है, ऐसे में कोरोना वैक्सीन की मांग बहुत ज्यादा रहने की उम्मीद है।