शिवानंद तिवारी के इस बयान पर बिहार कांग्रेस प्रभारी शक्तिसिंह गोहिल का कहना है कि शिवानंद तिवारी खुद अपनी पार्टी से वफादार नहीं रहे हैं। उन्होने बार-बार पार्टियां बदली हैं। वे जद (यू) से सांसद थे। आश्चर्य नहीं कि उनकी निष्ठा अभी भी जद (यू) के साथ लगती है। वह जेडी (यू)-बीजेपी सरकार को मदद करने के लिए कांग्रेस पर निराधार आरोप लगा रहे हैं।
कांग्रेस नेता तारिक अनवर ने कहा कि इस तरह की टिप्पणी करने से पहले शिवानंद तिवारी को सोचना चाहिए। कांग्रेस राजद की तरह कोई क्षेत्रीय पार्टी नहीं है। उसके नेता बिहार तक ही सीमित हैं। राहुल गांधी का कहना है कि जब भी उनकी जरूरत होगी वे बिहार आएंगे और उन्होंने ऐसा किया। अब वे राजद के नेताओं की तरह काम नहीं कर सकते।